बॉलीवुड की खूबसूरत एक्ट्रेस में से एक काजोल आज भी फिल्मों में बरकरार है. 50 साल की काजोल बीते तीन दशक से बॉलीवुड पर राज कर रही हैं. काजोल ने साल 1992 में कमल सदाना स्टारर फिल्म बेखुदी से अभिनय करियर शुरू किया था और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. काजोल अपनी मां की तरह हिंदी सिनेमा की हिट एक्ट्रेस हैं. लेकिन कहा जाता है कि काजोल ने अपनी मां से ज्यादा नाम कमाया है. काजोल को एक्टिंग विरासत से मिली है. उनके पिता शोमू मुखर्जी भी फिल्मों से जुड़े थे. काजोल का पूरा खानदान फिल्मों में एक्टिव है और ऐसे में काजोल को बॉलीवुड आने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी, लेकिन काजोल ने जो भी कुछ हासिल किया, अपने दम पर किया. एक्ट्रेस ने फैमिली का सरनेम भी इस्तेमाल नहीं किया, जानिए क्यों.
काजोल ने क्यों नहीं लगाया सरनेम?
काजोल खुले विचारों और चुलबुली टाइप लड़की हैं. 50 की उम्र में आज भी काजोल का नटखट अंदाज नहीं गया है. यही वजह है कि वह जो भी करती हैं खुलकर और दिल से करती हैं. काजोल खुद के दम पर नाम कमाना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने अपनी स्टार फैमिली का सरनेम मुखर्जी का इस्तेमाल नहीं किया. एक इंटरव्यू में काजोल ने कहा था, 'मैं अपनी विरासत के बोझ तले नहीं दबना चाहती, सरनेम ना लगाने का मैंने यह फैसला सोच-समझकर ही लिया था, जब मैं बॉलीवुड जाना चाहती थी तो मां ने मुझसे पूछा था कि आपको ग्रैंड पेरेंट्स की ओर से महान विरासत मिली है, मैं उस वक्त और आज भी किसी की तरफदारी करना पसंद नहीं करती, मैं खुद के प्रति सच्ची रहना चाहती थी और विरासत का कोई भार नहीं चाहती थी'.
स्टार के खानदान से हैं काजोल
काजोल ने आगे कहा, 'इसलिए मैंने सोचा था कि बॉलीवुड में सरनेम हटाकर सिर्फ काजोल नाम से जाऊंगी तो मुझपर कोई प्रेशर नहीं रहेगा'. बता दें, काजोल के दादा से लेकर चाचा-ताऊ और कजिन तक सब फिल्मी दुनिया से जुड़े हुए हैं, जबकि एक्ट्रेस के पति अजय देवगन भी खुद एक स्टार हैं. काजोल आज दो बच्चों की मां होने के बाद भी फिल्मों में लीड रोल कर रही हैं. एक्ट्रेस को पिछली बार फिल्म दो पत्ती में देखा गया था. उनकी अपकमिंग फिल्मों में मां, सरजमीं, महारागिनी क्वीन ऑफ क्वींस और हाउ ओल्ड आर यू (हिंदी रीमेक) शामिल हैं.