काजोल की मौसी ने ठुकराया था 'अनारकली' का रोल, लोग कहते थे बदसूरत फिर बनी मिस इंडिया, शादी करना चाहते थे शम्मी-राजेंद्र

मिस इंडिया का खिताब जीतने से पहले ही 14 साल की उम्र में उन्हें मुगल-ए-आजम मूवी में अनारकली का रोल ऑफर हुआ था.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
इस एक्ट्रेस को ऑफर हुआ था अनारकली का रोल
नई दिल्ली:

प्रियंका चोपड़ा, सुष्मिता सेन, दीया मिर्जा और ऐश्वर्या राय बच्चन जैसी कई बॉलीवुड हसीनाओं ने ब्यूटी पेजेंट जीतने के बाद फिल्मों का रुख किया और बड़ा नाम भी बनाया. हालांकि, यह कारनामा दशकों पहले किया जा चुका था. आज हम मिस इंडिया बनने वाली पहली बॉलीवुड एक्ट्रेस के बारे में बात करेंगे, जिसकी खूबसूरती पर शम्मी कपूर और राजेंद्र कुमार भी फिदा थे. शुरुआती दौर में इंडस्ट्री के लोग उन्हें बदसूरत कहते थे, लेकिन मिस इंडिया का खिताब हासिल करने के बाद वही लोग तारीफ करने लगे. अगर आप अभी तक पहचान नहीं पाए तो बता दें कि 1952 में 16 साल की उम्र में मिस इंडिया का खिताब हासिल करने वाली एक्ट्रेस का नाम नूतन बहल है.

अनारकली का रोल हुआ था ऑफर

मिस इंडिया का खिताब जीतने से पहले ही 14 साल की उम्र में उन्हें मुगल-ए-आजम मूवी में अनारकली का रोल ऑफर हुआ था. हालांकि, तब नूतन ने इस रोल को ठुकरा दिया था. कुछ फिल्मों में काम करने के बाद पढ़ाई के लिए नूतन लंदन चली गई. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने फिल्मों में वापसी की और अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलों पर राज करने लगी. फिल्म सीमा में बेहतरीन अभिनय के लिए उन्हें बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला. इसके अलावा वह सुजाता, कर्मा, बंदिनी, पेइंग गेस्ट और अनाड़ी जैसी जबरदस्त फिल्मों में भी नजर आईं. नूतन की प्रोफेशनल लाइफ शानदार रही लेकिन पर्सनल लाइफ में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा.

ब्रेस्ट कैंसर ने ली जान

चमक-धमक से भरी प्रोफेशनल लाइफ से इतर नूतन की पर्सनल लाइफ काफी मुश्किलों से भरी हुई थी. मां के साथ कानूनी लड़ाई मीडिया में चर्चा का विषय बना रहा तो बहन से भी रिश्ता कुछ खास अच्छा नहीं था. एक वक्त ऐसा भी आया जब एक्ट्रेस सुसाइड के बारे में सोचने लगी, लेकिन धीरे-धीरे स्थिति संभल गई. नौसैना के अधिकारी रजनीश बहल के साथ नूतन 23 साल की उम्र में शादी के बंधन में बंध गई. शादी के बाद भी वह फिल्में करती रहीं. एक्टर मोनीष बहल नूतन के बेटे हैं. 1990 में नूतन को ब्रेस्ट कैंसर डायग्नोस हुआ, जो धीरे-धीरे लिवर तक फैल गया. इलाज के बावजूद उनकी स्थिति गंभीर होती गई और 1991 में नूतन ने दुनिया को अलविदा कह दिया.

 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Trump Zelenskyy Meeting: ट्रंप और जेलेंस्की की बहस को NATO Chief Mark Rutte ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया