जॉनी लीवर सालों से स्क्रीन पर तो कभी मंच से लोगों को हंसाते आ रहे हैं...लेकिन उनकी जिंदगी में इस हंसी और खुशी की एंट्री काफी देर से हुई थी. अपने बचपन के दिनों से ही उन्होंने अलग-अलग परेशानियां देखीं...पिता शराबी थे और बच्चों की तरफ से इतने बेफिक्र थे कि फीस के नाम पर उनकी तरफ से निल बटे सन्नाटा ही रहता था. कुछ समय पहल एक इंटरव्यू के दौरान जॉनी लीवर ने अपने स्कूल के दिनों को याद किया. उन्होंने बताया कि उन्हें फीस ना देने की वजह से सातवीं में स्कूल से निकाल दिया गया था. उन्होंने बताया कि स्कूल छोड़ने के बाद भी उनकी टीचर ने कैसे उनका खयाल रखा.
300 से ज्यादा फिल्में कर चुके हैं जॉनी
जॉनी ने अपने फिल्मी करियर में 300 से ज्यादा हिंदी फिल्मों में काम किया है. वह दीवाना मस्ताना (1997) और दूल्हे राजा (1998) जैसी फिल्मों में अपनी कॉमिक टाइमिंग से खूब पॉपुलर हुए और लोगों को पसंद आए. इसके लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला. जॉनी को अभी हाल में रोहित शेट्टी की फिल्म सर्कस में देखा गया था. इसमें रणवीर सिंह और वरुण शर्मा डबल रोल में थे. जॉनी ने इस फिल्म के सफल ना रहने के बाद मीडिया से बातचीत में अपने पुराने दिन याद किए थे.
जॉनी लीवर ने मैशेबल इंडिया को दिए एक नए इंटरव्यू में अपने शुरुआती सालों के बारे में खुलासा किया. जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने 7वीं में पढ़ाई क्यों छोड़ दी तो उन्होंने 'द बॉम्बे जर्नी' के एक एपिसोड में कहा, "मेरे पिता शराबी थे इसकी वजह से उन्होंने कभी हम पर ध्यान नहीं दिया लेकिन यह मेरे बड़े चाचा थे जो पैसों से हमारी मदद कर दिया करता थे. इनसे फीस और राशन हो जाया करता था. कुछ समय बाद मुझे गुस्सा आ गया और मैंने स्कूल छोड़ दिया लेकिन जब मैं स्कूल में था तो मुझे बहुत प्यार मिला...मैं सबकी नकल करता था.”
“यहां तक कि टीचर्स भी. मेरी क्लास टीचर, दमयंती टीचर, बहुत प्यारी थीं. मैं अब भी उनके संपर्क में हूं. जब मैं चला गया तो उन्होंने स्टूडेंट्स को मुझे बुलाने के लिए भेजा और यहां तक कि स्कूल में वापस शामिल होने के लिए मेरी फीस और कपड़े का खर्च उठाने को भी कहा.”
जॉनी के दो बच्चे हैं बेटी जेमी और बेटा जेसी. ये दोनों अपने पिता की तरह एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में एक्टिव हैं. पापा-बेटी की जोड़ी ने कॉमेडी फिल्म हाउसफुल 2 (2019) में एक साथ काम किया था और हाल में दोनों पॉप कौन में नजर आए थे.