फिल्मों में किसी बाहरी का काम हासिल करना कभी आसान नहीं रहा है. आज के दौर में भले ही नेपोटिज्म को लेकर आवाज उठती हो. लेकिन आज से बहुत साल पहले की सच्चाई भी यही है कि फिल्मों में काम हासिल करने के हर ख्वाहिशमंद को जमकर स्ट्रगल करना पड़ता था. कुछ ने इस स्ट्रगल के चक्कर में सड़क पर रातें बिताईं हैं तो कुछ बिना खाए पिए रोज डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के चक्कर काटते रहे हैं. जीतेंद्र भी इंड्स्ट्री के ऐसे ही कलाकारों में से एक हैं जिन्हें बहुत आसानी से काम नहीं मिला है. एक एक फिल्म के लिए उन्होंने फांके में कई दिन बिताए हैं. उनके साथ इस स्ट्रगल के दौर में प्रेम चोपड़ा भी रहे. इन दोनों की ही स्ट्रगल की कहानी बेहद दिलचस्प है. जिसे खुद जीतेंद्र ने कपिल शर्मा के शो में शेयर किया.
प्रेम चोपड़ा और जीतेंद्र के स्ट्रगल के दिन
ये उन दिनों की बात है जब जीतेंद्र को भी फिल्मों में काम नहीं मिला था और प्रेम चोपड़ा भी काम की तलाश में भटक रहे थे. जीतेंद्र मजाक में कहते हैं कि महीने में 32 दिन हम दोनों के पास काम नहीं रहता था. जीतेंद्र ने बताया कि तब दोनों ने जैसे तैसे करके एक एक कार खरीद ली थी. वो भी इंस्टॉलमेंट पर. उस समय मुंबई में एक बिल्डिंग हुआ करती थी जिसका नाम था उषा सदन. इस बिल्डिंग की तीन विंग थीं. ए, बी और सी. उसमें से सी विंग में जितेंद्र रहते थे और ए विंग में प्रेम चोपड़ा. अक्सर घर से निकलते समय दोनों का सामना होता था और दोनों अपनी अपनी कारों में बैठकर रवाना हो जाते थे. दोनों ऐसा शो करते थे कि उनके पास बहुत काम है और वो जल्दी में हैं.
हो गई डील
मजा तब आता था जब दोनों फेमस स्टूडियो में एक साथ डायरेक्टर प्रड्यूसर के चक्कर काटते नजर आते थे. उस समय प्रेम चोपड़ा ने खुद पहल की और जीतेंद्र के साथ एक डील कर ली. प्रेम चोपडा ने जीतेंद्र से कहा कि दोनों को स्ट्रगल करने एक ही जगह आना पड़ता है तो कम से कम दो गाड़ियों के पेट्रोल का खर्च तो बचा ही सकते हैं. इसके बाद दोनों सितारे एक ही कार से स्टूडियो जाने लगे