अमिताभ बच्चन आज मेगा स्टार बन चुके हैं. उन्हें सदी के महानायक के तौर पर जाना जाता है लेकिन एक समय था जब वो फ्लॉप स्टार साबित हो चुके थे और उन्होंने फिल्में छोड़ने का मन बना लिया था. ये बात 1973 के पहले की है. बिग बी एक के बाद एक 11 फ्लॉप फिल्में दे चुके थे. इस फेलियर के बाद वो फिल्मी दुनिया छोड़ने का विचार बना रहे थे लेकिन किस्मत ने जबरदस्त मोड़ लिया और उन्होंने ऐसी उड़ान भरी कि दोबारा पलट कर नहीं देखा. इस फिल्म का नाम था जंजीर...लेकिन ये फिल्म भी उनकी झोली में यूं ही नहीं गिरी. इसके लिए मेकर्स की पहली पसंद दिलीप कुमार, धर्मेंद्र और देव आनंद जैसे एक्टर्स थे.
सबने कहा No तब बिग बी के खाते में आई जंजीर
आप कह सकते हैं कि अगर उस वक्त इन स्टार्स ने हां कह दिया होता तो शायद अमिताभ बच्चन का नाम फिल्मी दुनिया से मिट चुका होता...लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. दिलीप कुमार, देव आनंद और धर्मेंद्र ने अपनी-अपनी वजहों से फिल्म को रिजेक्ट कर दिया. अब जब कोई ऑप्शन नहीं बचा तो मेकर्स अमिताभ बच्चन के पास पहुंचे. राइटर जोड़ी सलीम-जावेद तो उनसे इंप्रेस्ड थी लेकिन डायरेक्टर प्रकाश मेहरा को डर लग रहा था. बिग बी की फ्लॉप्स का रिकॉर्ड देखते हुए डर लगना लाजमी भी था...हालांकि उन्हें साइन कर लिया गया.
ये वो वक्त था जब कोई भी अमिताभ बच्चन पर पैसे लगाने को तैयार नहीं था. ऐसे में जया भादुरी यानी कि जया बच्चन और प्राण फिल्म में एक स्टार पावर लेकर आए...ताकि उनके नाम पर फिल्म को डिस्ट्रिब्यूटर्स मिल सकें. खैर सलीम-जावेद का भरोसा काम आया और इस फिल्म ने खूब वाहवाही बटोरी और अमिताभ बच्चन के डूबते हुए करियर को एक बड़ा बूस्ट दिया.