मुंबई में मंगलवार (4 नवंबर) की शाम ‘120 बहादुर' का म्यूजिक लॉन्च किया गया, जहां फिल्म की कास्ट और क्रू के साथ इसके संगीतकार और गायक भी मौजूद थे. मंच पर कलाकारों ने फिल्म के गीतों को लाइव परफॉर्म किया. फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं फरहान अख्तर, जबकि इसके गीत लिखे हैं उनके पिता और मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने.
म्यूजिक लॉन्च के दौरान जावेद अख्तर ने फरहान अख्तर द्वारा निर्देशित फिल्म ‘लक्ष्य' का जिक्र करते हुए उस वक्त के लम्हे याद किए और भारतीय सेना की तारीफ करते हुए कहा, “सेना के लोग… जब मैंने द्रास जाने का इरादा किया, उस समय ऑपरेशन विजय चल रहा था. मैं वहां गया था. जंग जारी थी. और एक साल बाद जनरल अर्जुन रे ने मुझे आमंत्रित किया. यह ऑपरेशन विजय और तवांग की पहली वर्षगांठ थी तवांग, जो साइबेरिया के बाद दुनिया की दूसरी सबसे ठंडी आबाद जगह है. वहीं पर उन्होंने शहीद स्मारक बनाया है.
उस दिन केवल दो लोगों ने सेना को संबोधित किया था अर्जुन रे और मैं. उन्होंने बहुत सहयोग किया मुझे अलग-अलग रेजीमेंट्स में जाने, उनके साथ कुछ दिन रहने और उन्हें करीब से जानने का मौका दिया और तब मैंने महसूस किया कि यह एक अलग ही दुनिया है. हम सेना को सिर्फ उनकी वर्दी से जानते हैं, लेकिन दरअसल यह एक पूरी संस्कृति है, एक जीवन जीने का तरीका है. वे लोग अलग हैं असाधारण हैं. उनसे बहुत कुछ सीखा जा सकता है.
फिर मैंने ‘लक्ष्य' लिखा और एक बार फिर अधिकारियों और वरिष्ठों से मिला ताकि शब्दावली, अभिव्यक्ति वगैरह सही कर सकूं. यह मेरे लिए बहुत बड़ा अनुभव था. मेरा मानना है कि हर भारतीयों के मन में भारतीय सेना के लिए गहरा सम्मान है. शायद मैं यह कहने में अतिशयोक्ति नहीं कर रहा कि आज भारतीय सेना इस देश की सबसे सम्मानित संस्था है और यह एक सच्चाई है.
उन्होंने मुझे इतना समय और सहयोग दिया, और जब बाद में यह प्रस्ताव आया किसी लेखन के लिए, तो ‘लक्ष्य' के समय मिला वही अनुभव मेरे बहुत काम आया.” ‘120 बहादुर' का निर्देशन राजनीश घई ने किया है. यह फिल्म 1962 में रेजांग ला में भारत और चीन के बीच हुई जंग पर आधारित है, जिसमें भारतीय सैनिकों की वीरता और बलिदान की सच्ची कहानी दिखाई गई है.