अमेजन प्राइम वीडियो की फिल्म 'जलसा' रिलीज हो गई है. जलसा एक थ्रिलर फिल्म है. फिल्म में विद्या बालन और शेफाली शाह जैसे सधे हुए कलाकार भी हैं. डायरेक्टर सुरेश त्रिवेणी हैं जिन्होंने इससे पहले 'तुम्हारी सुलू' बनाई थी. लेकिन सुरेश और विद्या का साथ आना इस बार बहुत कारगर होता नजर नहीं आता है. जलसा एक इंटेंस फिल्म है, जिसमें दर्शकों के लिए राहत के बहुत ही कम मौके हैं. लेकिन कमजोर स्टोरी लाइन की वजह से फिल्म असरदायक साबित नहीं होती है.
'जलसा' की कहानी विद्या बालन की है. वह एक जानी-मानी पत्रकार हैं, और सच की पैरोकार हैं. उसका एक बेटा है, जो पूरी तरह ठीक नहीं है. उसकी देखभाल और घर का काम करने की जिम्मेदारी शेफाली शाह की है. एक रात विद्या काम से थकी हारी लौट रही होती है तो उसकी गाड़ी से एक बच्ची का एक एक्सिडेंट हो जाता है. बस, यहां आकर विद्या की सारी नैतिकता हवा हो जाती है और वह खुद को बचाने की जुगत में लग जाती है. यह लड़की कोई और नहीं बल्कि शेफाली शाह की बेटी होती है. इस तरह फिल्म के कुछ हिस्से बहुत ही शानदार हैं. लेकिन कई अनसुलझी गुत्थियां और खामियां फिल्म को अटका देती हैं.
एक्टिंग के मोर्चे पर विद्या बालन और शेफाली शाह शानदार हैं. दोनों ही अपनी खास तरह की एक्टिंग के लिए जानी जाती हैं. दोनों ने अच्छा काम किया है. लेकिन कहानी और प्लॉट उनके मेहनत पर पानी फेरता नजर आता है. फिल्म की स्टोरीलाइन और प्लॉट पूरी तरह से ट्रैक से उतरा हुआ है. जलसा की कहानी नैतिकता और खुद को बचाने के बीच झूलती है. लेकिन अंत में खाली हाथ छोड़ जाती है. इसकी वजह फिल्म में एक बड़ा कलाकार का होना माना जा सकता है, जहां डायरेक्टर किसी बड़े फैसले को लेने से चूक जाते हैं. इस तरह कई सवालों के जवाब अधूरे रह जाते हैं, और एक बहुत ही स्वाभाविक सा अंत देखने को मिलता है.
रेटिंग: 2.5/5 स्टार
डायरेक्टर: सुरेश त्रिवेणी
कलाकार: विद्या बालन और शेफाली शाह