बॉलीवुड इंडस्ट्री चकाचौंध से भरी इंडस्ट्री है, जहां पैसा, ग्लैमर, तरक्की और पेज थ्री की अलग ही दुनिया देखने को मिलती हैं. हर किसी का ख्वाब होता है कि इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाए, लेकिन कुछ ही सितारे ऐसे होते हैं जो आसमान में चमक पाते हैं, बाकी समय के साथ टूटकर गिर जाते हैं. ऐसे ही अपनी पहली ही फिल्म से रातों-रात फेमस होने वाली एक्ट्रेस विम्मी ने अपने आखिरी पलों में सबसे ज्यादा दुख झेला.60 के दशक की मशहूर एक्ट्रेस विम्मी उर्फ विमलेश कौर वाधवान का जन्म पंजाब के जलंधर में हुआ. उन्हें संगीत में रुचि थी, लेकिन कभी एक्टिंग में उतरेंगी, ये नहीं सोचा था.
विमी बहुत छोटी उम्र में ही प्यार में पड़ गई और उन्होंने मशहूर इंडस्ट्रियलिस्ट के बेटे शिव अग्रवाल से शादी कर ली, लेकिन अंतरजातीय विवाह होने की वजह से दोनों ही परिवारों ने जोड़े का साथ देने से इनकार कर दिया. शिव अग्रवाल रईस थे और उस वक्त पैसे की कोई दिक्कत नहीं हुई और दोनों मुंबई आकर बस गए.विम्मी, शिव के साथ अच्छी जिंदगी बिता रही थी, लेकिन म्यूजिक डायरेक्टर रवि ने उनकी जिंदगी बदल दी। म्यूजिक डायरेक्टर ने उन्हें मशहूर निर्देशक और निर्माता बीआर चोपड़ा से मिलवाया. वह शादी के बाद भी बहुत खूबसूरत और बोल्ड दिखती थीं, जिसकी वजह से पहली ही नजर में उन्हें 'हमराज' फिल्म के लिए साइन किया गया. इस फिल्म में एक्ट्रेस ने सुनील दत्त और राज कुमार जैसे बड़े किरदारों के साथ काम किया और फिल्म हिट भी साबित हुई, लेकिन इसके बाद वो एक भी हिट फिल्म नहीं दे पाईं. उन्होंने शशि कपूर के साथ फिल्म 'पतंगा', 'वचन', और 'आबरू' की.
विम्मी की गिनती उस समय की बोल्ड और खूबसूरत एक्ट्रेसेस में होती है. 60 के दशक में उन्होंने बिकिनी पहनकर फिल्मफेयर मैगजीन के लिए शूट भी कराया था, जिससे उनकी लोकप्रियता रातों-रात बढ़ गई. हर कोई उन्हें फिल्म में साइन करना चाहता था. एक हिट फिल्म देने के बाद एक्ट्रेस की फिल्में फ्लॉप होने लगी. बाद में उनके पति ने भी उनका साथ छोड़ दिया और आखिर में वे अपने दो बच्चों के साथ अकेले रहने लगीं. उन्होंने अपने जीवन के अंतिम दिनों में बहुत तकलीफ झेली. कहा जाता है कि उन्हें शराब की लत लग गई थी और कम उम्र में ही उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. मरने के बाद उनकी लाश श्मशान तक पहुंचाने के लिए भी उनके दोस्त और रिश्तेदार उनके साथ नहीं थे. ठेले पर उनकी लाश को श्मशान ले जाया गया.