साल 1931 में रिलीज हुई थी भारत की पहली बोलती फिल्म, दर्शकों को देखने के लिए रखी गई थीं ये 5 शर्तें

93 साल पहले 1931 में आई भारत की पहली बोलती फिल्म आलम आरा को देखने के लिए पांच शर्ते रखी गई थीं.

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नई दिल्ली:

93 साल पहले आई भारत की पहली बोलती फिल्म तो आपको याद ही होगी, जो लोग नहीं जानते उन्हें बता दें 14 मार्च 1931 में रिलीज हुई आलम आरा भारत की पहली बोलती मूवी है, जिसमें कुल सात गाने थे. फिल्म को डायरेक्ट अरदेशिर ईरानी ने किया था. जबकि पृथ्वीराज कपूर और जुबैदा अहम रोल में नजर आए थे. केवल 40000 के बजट में बनी इस फिल्म ने कहा जाता है 29 लाख की कमाई की. लेकिन क्या आपको पता है फिल्म को देखने के लिए दर्शको के सामने पांच शर्ते रखी गई थीं, जिनसे लोग अंजान हैं. 

आलम आरा को देखने गए दर्शकों के लिए ये थीं पांच शर्तें

सामने आए पिल्म के एक पोस्टर के अनुसार, पहली शर्त थी की रोजाना तीन शो होंगे शाम 5.50 बजे, रात 8 बजे और रात 10.30 बजे. इसके अलावा शनिवार-रविवार और बैंक हॉलीडे को 3 बजे होगा स्पेशल शो.

दूसरी शर्त थी कि 3 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे की फिल्म की टिकट खरीदनी होगी. 

तीसरी शर्त थी कि मैनेजमैंट के पास यह अधिकार है कि बिना किसी पहले सूचना के प्रोग्राम को बदला जा सकता है. 

चौथी शर्त थी कि किसी भी एक्सीडेंट में पैसा वापस नहीं किया जाएगा. 

पांचवी शर्त थी कि जो भी फिल्म की टिकट बाहर से खरीदेगा वह थियेटर के अंदर नहीं जा सकेगा. 

फिल्म की बात करें तो हिंदू उर्दू और हिंदुस्तानी भाषा में रिलीज हुई आलमआरा पहली सवाक फिल्म है. आलम आरा का पहला प्रीमियर मुंबई के मैजेस्टिक सिनेमा में 14 मार्च 1931 को हुआ था. फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर फिरोजशाह एम मिस्त्री और बी ईरानी ने किया था. 

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