इफ्फी 2025: 81 देशों की 240 फिल्मों के साथ अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, नए विचार और सिनेमा का जश्न

इफ्फी 2025 का आयोजन 20 से 28 नवंबर तक गोवा में हो रहा है. यह महोत्सव 1952 से दक्षिण एशिया का एकमात्र एफआईएपीएफ-मान्यता प्राप्त अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव है.

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इफ्फी 2025: गोवा में सिनेमा और संस्कृति का जश्न
नई दिल्ली:

इफ्फी 2025 का आयोजन 20 से 28 नवंबर तक गोवा में हो रहा है. यह महोत्सव 1952 से दक्षिण एशिया का एकमात्र एफआईएपीएफ-मान्यता प्राप्त अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव है. इस वर्ष जापान को ‘कंट्री ऑफ फोकस', स्पेन को ‘पार्टनर कंट्री' और ऑस्ट्रेलिया को ‘स्पॉटलाइट कंट्री' के रूप में चुना गया है. महोत्सव में 81 देशों की 240 से अधिक फिल्में दिखाई जाएंगी, जिनमें 13 वर्ल्ड प्रीमियर और 44 एशिया प्रीमियर शामिल हैं. यह महोत्सव भारतीय सिनेमा को वैश्विक मंच पर पेश करने और नई प्रतिभाओं को सामने लाने का अवसर देता है.

इस साल इफ्फी का फोकस नवाचार और समावेशिता पर है. फिल्म बाजार ‘वेव्स' के माध्यम से फिल्मकार, निर्माता और वितरक आपस में जुड़े हैं. फिल्म मेकिंग चैलेंज, स्क्रीनराइट्स लैब और वर्क-इन-प्रोग्रेस लैब जैसी गतिविधियों से युवा प्रतिभाओं को फिल्म निर्माण के नए अवसर मिल रहे हैं. इफ्फी 2025 में पहली बार ‘सिनेमा एआई हैकाथॉन' का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रतिभागियों को एआई की मदद से छोटी फिल्म बनाने का मौका मिलता है. विजेताओं को नकद पुरस्कार और महोत्सव में प्रीमियर का अवसर मिलेगा.

महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी खास आकर्षण हैं. इफ्फीस्टा 21 से 24 नवंबर तक लाइव संगीत और थिएटर के जरिए दर्शकों को आनंदित करेगा. गुरु दत्त, राज खोसला, ऋषिकेश मुखर्जी और रजनीकांत जैसे सिनेमा दिग्गजों का सम्मान भी इस बार किया जाएगा. रजनीकांत को उनके 50 साल के फिल्म करियर पर विशेष सम्मान मिलेगा. इफ्फी 2025 में महिला निर्देशकों की बढ़ती भागीदारी और नए रचनाकारों की उपस्थिति इसे और भी महत्वपूर्ण बनाती है. भारतीय पैनोरमा और न्यू होराइजन्स खंड में देश और विदेश की विविध फिल्मों को प्रदर्शित किया जा रहा है. यह महोत्सव केवल फिल्मों को दिखाने का मंच नहीं है, बल्कि सिनेमा, संस्कृति और वैश्विक सहयोग का प्रतीक भी है.

गोवा के खूबसूरत तटों पर यह महोत्सव भारतीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्म समुदाय को जोड़ता है. इफ्फी 2025 का मकसद दर्शकों को एक यादगार अनुभव देना, नई प्रतिभाओं को मंच देना और भारतीय सिनेमा को वैश्विक पहचान दिलाना है. इस तरह, इफ्फी 2025 सिनेमा का उत्सव और सांस्कृतिक समृद्धि का जीवंत उदाहरण बन रहा है.
 

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