संजय लीला भंसाली के डायरेक्शन में बनी फिल्म 'हम दिल दे चुके सनम' की रिलीज ने उनके सेट और फिल्म मेकिंग में ग्रैंड सेट्स की शुरुआत की नींव रखी थी. यह तभी से उनकी फिल्मों की पहचान बन गई है. सीनियर सिनेमैटोग्राफर अनिल मेहता जिन्होंने संजय के साथ उनकी पहली फिल्म 'खामोशी' और 'हम दिल दे चुके सनम' में काम किया था ने उनके साथ काम के दौरान का एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया था.
फिल्म कंपेनियन के साथ एक इंटरव्यू में अनिल ने खुलासा किया कि कैसे सलमान खान की एनर्जी और काम को लेकर उनकी एक्साइटमेंट ने फिल्म के गाने 'तड़प तड़प के' में एक आइकॉनिक सीन जोड़ा. गर्म रेगिस्तान में गाने की शूटिंग के एक्सपीरियंस को याद करते हुए अनिल ने कहा, "मुझे रेगिस्तान में याद है सलमान बस सीन के साथ बहते गए. नहीं तो कौन हीरो गर्म रेत में लेट जाएगा और लोगों से उस रेत को अपने ऊपर डालने के लिए कहेगा. वह ये सब खुद कर रहे थे.
यह बताते हुए कि कैसे सलमान की सहजता ने उन्हें इंस्पायर किया और गाने का मूड तैयार किया अनिल ने कहा, “तो, मैंने ट्रायपॉड से कैमरा हटा लिया और फिर मैं उस पल में सलमान के साथ था. वह जो कर रहा था उसमें पूरी तरह डूबा हुआ था और बाद में कैमरा भी सूरज की तरफ जाता है. उस वक्त ये सीन बहुत ही बड़ा रिस्क था. आज ऐसा ही होता है लेकिन उस वक्त आसान नहीं था लेकिन हमारे साथ मास्टर ऑफ ड्रामा संजय लीला भंसाली थे.
हम दिल दे चुके सनम में अनिल मेहता के शानदार काम ने उन्हें बेस्ट सिनेमैटोग्राफी के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दिलाया. बाद में उन्होंने लगान, वीर जारा, कल हो ना हो, रॉकस्टार और हाईवे जैसी कमाल की फिल्मों में योगदान दिया. उनका सबसे हालिया फिल्म भूमि पेडनेकर की थैंक यू फॉर कमिंग थी.