होली आने वाली है और इसे लेकर उत्सव का आनंद अभी से छाया हुआ है. बॉलीवुड सिनेमा और टीवी शोज में होली को कई बार अलग-अलग तरीके से पेश किया गया है. होली के गानों से लेकर होली के खास सीन्स तक, होली पर रोमांस के साथ होली पर एक्शन तक, बॉलीवुड फिल्मों में इस त्योहार को शामिल किया गया है. होलिका दहन की कहानी भी कई माइथोलॉजिकल फिल्मों में दिखाई गई है, भक्ति सागर में बड़े ही आसान और सरल तरीके से इसे दिखाया गया है. भक्ति सागर में होलिका दहन के पूरे घटनाक्रम को दिखाया गया है, जिसे लोग आज भी बेहद पसंद करते हैं.
भक्ति सागर में भक्त प्रहलाद की कहानी को दिखाया गया है कि कैसे उनकी बुआ ही बालक का काल बनना चाहती है, लेकिन वो खुद ही मौत के मुंह में समा जाती है. दरअसल, हिरण्यकश्यप का बेटा प्रहलाद भगवान विष्णु का परम भक्त था. हिरण्यकश्यप चाहता था कि प्रह्लाद विष्णु भगवान को छोड़कर उसकी पूजा करें, लेकिन प्रह्लाद नहीं मानते थे और भगवान विष्णु पर अटूट विश्वास करते हुए उनकी पूजा किया करते थे.
हिरण्यकश्यप की बहन होलिका को वरदान मिला था कि अग्नि से उसकी मौत नहीं हो सकती. ऐसे में बुआ होलिका ने भतीजे प्रहलाद को जला कर मारने का व्यूह अपने भाई के कहने पर रच डाला. पूर्णिमा के दिन होलिका भक्त प्रह्लाद को लेकर आग में बैठी. भक्ति सागर में भी दिखाया गया है कि कैसे बालक प्रहलाद ऊं नमः वासुदेव का जाप करते रहते हैं और आग से बच जाते हैं वहीं बुआ होलिका जलकर राख हो जाती है. इस तरह होलिका के जलने और प्रह्लाद की जीत के बाद से ही होली का त्योहार मनाया जाने लगा.