रेखा (Rekha) अपने समय में सुपरस्टार कही जाती थीं. उन्होंने कई ब्लॉक बस्टर फिल्में दी. उनके साथ फिल्मों में काम करने के लिए एक्टर्स हमेशा तैयार रहा करते थे. लेकिन एक समय ऐसा था, जब उनके साथ फिल्म करने से एक्टर्स इनकार कर देते थे. यह बात तब की है, जब उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा था. तब उन्हें काफी रिजेक्शन झेलना पड़ा था. हालांकि उन्होंने अपनी मेहनत से बॉलीवुड में अपना एक अलग मुकाम बनाया. पर्सनल लाइफ हो या प्रोफेशनल लाइफ तमाम उतार चढ़ाव के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी. साउथ सिनेमा में काम करने के बाद महज 16 साल की उम्र में उन्होंने जब बॉलीवुड में कदम रखा तो इंडस्ट्री के लोगों ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया. रेखा बॉलीवुड एक्ट्रेसेस के तय पैमाने में फिट नहीं होती थी, वह एक समान्य लड़की थीं जिसका रंग गहरा था और उनकी वजन भी ज्यादा था.
रेखा की पहली फिल्म में उनके हीरो थे नवीन निश्चल. दोनों की ही यह पहली फिल्म थी, लेकिन रेखा को देखते ही उन्होंने रेखा के साथ काम करने से इनकार कर दिया. वह इस फिल्म में रेखा के हीरो थे, लेकिन रेखा के लुक के कारण वह उनके साथ बतौर हीरो काम नहीं करना चाहते थे. वहीं रेखा की फिल्म में उनकी को स्टार मौसमी चटर्जी ने भी रेखा का विरोध किया था. दो लीड एक्ट्रेसे वाली इस फिल्म में रेखा को ज्यादा महत्व देने पर मौसमी चटर्जी ने मेकर्स से आपत्ति जताई. कहा जाता है कि मेकर्स ने फिल्म में रेखा का नाम मौसमी से ऊपर दे दिया था. तब मौसमी ने मेकर्स से कहा था कि रेखा से पहले उनका नाम दिया जाए. और इसी को लेकर वह नाराज हो गई थीं.
बाद में एक इंटरव्यू में मौसमी ने कहा था कि मैं काम में विश्वास रखती हूं. हालांकि मैं यह मानती हूं कि मैं रेखा से गई गुजरी नहीं हूं. मेरा नाम उससे पहले होना चाहिए.उन्होंने तब यह भी कहा कि निर्देशक इंसाफ पसंद हो तो ऐसे विवाद नहीं होते.
बता दें कि रेखा ने बतौर बाल कलाकार साउथ में काम किया था. बॉलीवुड में उन्होंने 70 के दशक में कदम रखा. उन्होंने 'सावन भादो'से बॉलीवुड में डेब्यू किया. यह फिल्म 2 सितंबर 1970 को रिलीज हुई थी. फिल्म 'सावन भादो' बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही. फिल्म में काम करने के दौरान कहा जाता है कि रेखा और नवीन काफी करीब आ गए थे. फिल्म में रेखा ने गांव की एक लड़की चंदा का रोल प्ले किया था. साहसी चंदा से विक्रम यानी नवीन निश्चल को प्यार हो जाता है.