सीनियर फिल्म मेकर और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के पूर्व प्रमुख पहलाज निहलानी ने गोविंदा और उनकी पत्नी सुनीता आहूजा की शादी को लेकर चल रही चर्चाओं पर खुलकर बात की है. हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया गया था कि सुनीता ने तलाक के लिए अर्जी दी है. इन अफवाहों पर बात करते हुए, निहलानी ने अनबन की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया और जोर देकर कहा कि उन्होंने इस कपल के बीच कभी ऐसा कुछ नहीं देखा जिससे अलगाव का इशारा मिले. इसके बजाय, उन्होंने उन्हें "दोस्त बताया जो एक साथ काम करते और रहते हैं."
पिंकविला के पॉडकास्ट पर बात करते हुए निहलानी ने सुनीता की उस स्टेटमेंट का सपोर्ट किया जिसमें उन्होंने अपने आस-पास के लोगों के चलते रिस्ट्रिक्टेड महसूस करने की बात कही थी. उन्होंने कहा, "वो जो बोली हैं, वो गलत नहीं बोलीं. वो तो सही हैं. क्योंकि पंडितों ने जो बेड़ा खड़ा कर दिया है."
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें कभी गोविंदा को फोन करके चीजें ठीक करने का मन हुआ तो निहलानी ने कहा कि उन्होंने हमेशा सलाह देने से परहेज किया है. "नहीं, जिंदगी में किसी को सलाह देना बहुत गलत है." आगे समझाते हुए उन्होंने कहा, "सलाह देना मतलब अपने आप को नीचे गिराने वाली बात है कि खुद पागल बन जाओ. सच्चाई बोलना और सच्चाई सुनना बहुत बुरा है."
पर्सनल और प्रोफेशनल तौर पर गोविंदा की तारीफ करते हुए निहलानी ने कहा, "गोविंदा, एक एक्टर और एक इंसान, दोनों के तौर पर. मैं उनके बारे में कभी बुरा नहीं कहूंगा. मैं जो भी कहता हूं. सिर्फ उनके काम या उनके आस-पास के लोगों के बारे में कहता हूं."
उन्होंने यह भी बताया कि बाहरी प्रभाव इस स्टार को कैसे प्रभावित करते हैं. “उसकी सोच ना कभी कभी गड़बड़ होती है, क्योंकि लोगों को सुन सुन कुछ बताते हैं और वो मान जाता है।”
क्या सुनीता अब गोविंदा का काम देखती हैं, इस पर निहलानी ने जवाब दिया, "पता नहीं वो तो मुझे. मैं तो भोला भैया हूं लेकिन मैंने उन्हें कभी अलग नहीं देखा."
तलाक की अफवाहों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, "किसी ने कहा कि उन्होंने तलाक भी फाइल किया, मैंने कहा 'वे दोस्त जैसे हैं', एक परिवार के तौर पर बोलो, एक वर्क पार्टनर के तौर पर सोचो कभी ऐसा दोनों के बीच में देखा नहीं." निहलानी ने जोर देकर कहा कि यह चर्चा उनकी पर्सनली देखी गई बातों से मेल नहीं खाती, उन्होंने अलगाव के बजाय दोस्ती और साझेदारी पर जोर दिया.