बॉलीवुड के मशहूर एक्टर गोविंदा (Govinda) का आज 57वां जन्मदिन है. उनके जन्मदिन के इस खास मौके पर फैंस से लेकर बॉलीवुड स्टार्स तक उन्हें खूब सारी बधाइयां दे रहे हैं. 1986 में बॉलीवुड में कदम रखने वाले गोविंदा ने फिल्मी दुनिया में कई हिट फिल्में की हैं. उनके काम को लेकर लोग आज भी उनकी सराहना करते नहीं थकते हैं. लेकिन गोविंदा ने बॉलीवुड में यह पहचान कई मशक्कतों बाद बनाई है. एक समय गोविंदा के जीवन में ऐसा था, जब वह जॉब के लिए जगह-जगह भटक रहे थे. एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल को दिये इंटरव्यू में गोविंदा ने बताया कि वह ताजमहल होटल में जॉब के लिए गए थे. लेकिन उन्हें इसलिए जॉब नहीं दी गई, क्योंकि वह अंग्रेजी भाषा नहीं बोल पा रहे थे.
गोविंदा (Govinda) ने इंटरव्यू के दौरान बताया, "मैं ताजमहल होटल में प्रबंधक की जॉब के लिए गया था, लेकिन वह जॉब मुझे नहीं दी गई, क्योंकि मैं अंग्रेजी नहीं बोल पाया. मैं उनके सामने नहीं बोल पाया." इंटरव्यू के दौरान ही सिमी ग्रेवाल ने गोविंदा से कहा कि उन्होंने एक बार कहा था कि मां को संघर्ष करते देख जो गुस्सा आया था, उसी ने उन्हें स्टार बनाया है. इस बारे में बात करते हुए गोविंदा ने कहा, "कई बार, जब आपको पता चलता है कि कोई जीवन के बुरे दौर से गुजर रहा है, अकेला ही कठिन संघर्ष किये जा रहा है. खासकर कि एक और एक मां, जो अपने छह बच्चों के साथ हर चीज का सामना करने की कोशिश कर रही है. अपनी गरिमा को बनाए रखते हुए, अपने पुरिवार को बनाए रखते हुए, जिसे चार बेटियों की शादी करनी है. तो यह सब कफी मुश्किल है."
गोविंदा (Govinda) ने आगे कहा, "अनेक ऐसी बातें हुईं जो चुभती हैं, मैंने उन्हें हर चीज से गुजरते हुए देखा है. मैं इसे बदलना चाहता था और जल्द से जल्द ही बदलना चाहता था." अपने फिल्मी करियर के बारे में बात करते हुए गोविंदा ने आगे कहा, "जिस समय मैंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा, कई नए प्रोड्यूसर्स आए, जो कि मेरे परिवार के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते थे. मुझे उनसे मिलने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता था. मैं समझ गया था कि वह एक निश्चित तरीके से क्यों बात करते थे, लेकिन उन्होंने कभी भी यह चीज मेरे और मेरी कला के बीच नहीं आने दिया."
गोविंदा (Govinda) ने अपने काम चुनने के तरीके के बारे में बात करते हुए कहा, "मैंने अपने मां की सलाह मानी. उन्होंने मुझसे कहा था कि तुम्हें काम मिला है, अपने ईश्वर पर भरोसा रखना, और काम करते रहो. मेहनत करते रहो. जो काम करो, ईमानदारी से करो." बता दें कि साल 1986 में बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखने वाले गोविंदा ने अपने काम से लोगों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. उन्होंने सामाजिक ड्रामा से लेकर कॉमेडी फिल्म्स तक में अपनी खूब पहचान बनाई.