अपनी मम्मी के साथ तस्वीर में नजर आ रहा ये बच्चा कई साल तक बॉलीवुड के फेवरेट विलेन में से एक रहा है. शक्लो सूरत से तो सख्ती झलकती रही है, लेकिन खास रुआब जमाते रहे अपनी आवाज से. जिसमें इतना दम था कि उस दौर के सुपर स्टार राजेश खन्ना की नाराजगी भी एक ही बार में दूर हो गई. फिल्मी सफर शुरू हुआ कैरेक्टर रोल से और उसके बाद विलेन बन कर असली कामयाबी हासिल की. ये बच्चा है रजा मुराद, जो फिल्म एक्टर मुराद के बेटे हैं. रजा मुराद को जो नहीं भी जानते वो उनकी आवाज जरूर सुन चुके होंगे और इंप्रेस भी हो चुके होंगे. इसी आवाज ने रजा मुराद की पहली फिल्म की राह आसान बनाई थी.
इस शर्त पर मिला काम
मुराद के बेटे होने के बावजूद रजा मुराद अपनी पहचान अपने दम पर बनाना चाहते थे. उन्होंने फिल्म इंस्टीट्यूट में एडमिशन लिया, यहां शत्रुघ्न सिन्हा, रियाना सुल्तान, असरानी और जया भादुड़ी जैसे दिग्गजों के साथ एक्टिंग के गुण सीखे. इसके बाद वो प्रोड्यूसर के चक्कर काटते रहे. एक नजर नाम की मूवी से डेब्यू का मौका मिला और अवॉर्ड भी मिला, लेकिन संघर्ष खत्म नहीं हुआ था. इसके बाद उन्होंने ऋषिकेश मुखर्जी से मिलने की कोशिश की. ऋषिकेश मुखर्जी ने उन्हें सीढ़ी पर बैठे रहने को कहा. जब अपना काम से फ्री हुए तब रजा मुराद से मुलाकात की और कहा कि वो एक ही कुर्ता पायजामा पहनकर आएंगे और नहाएंगे भी नहीं. इस शर्त के लिए राज मुराद तैयार हुए तो उन्हें ऋषिकेश मुखर्जी ने नमक हराम फिल्म में काम दिया.
राजेश खन्ना की नाराजगी
नमक हराम फिल्म में लीड रोल कर रहे थे राजेश खन्ना, जो शायर के रोल में वीके शर्मा को लेना चाहते थे. लेकिन ऋषिकेश मुखर्जी के आगे उनकी दाल नहीं गली थी. वीके शर्मा की जगह रजा मुराद को देखकर राजेश खन्ना काफी नाराज थे. लेकिन जैसे ही उन्होंने रजा मुराद की आवाज सुनी और एक्टिंग देखी उनका गुस्सा काफूर हो गया. फिल्म प्रेम रोग में विलेन का रोल करना रजा मुराद के करियर के लिए बड़ा टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ.