प्यार आपसे अजीबोगरीब चीजें करवाता है, लेकिन बदले की आग आपसे ऐसे काम करवाती है, जिसकी आपने कल्पना भी नहीं की होती है. बहुप्रशंसित 'एक थी बेगम' अपने दूसरे सीजन के साथ वापस लौट आई है, जिसमें अनुजा साठे, अशरफ भटकर की भूमिका निभाती नजर आ रही हैं, लेकिन लीला पासवान के साथ मकसूद के अवैध साम्राज्य को बर्बाद कर देने की अपनी कसम पूरी करने और अपने पति जहीर (अंकित मोहन) की मौत का बदला लेने के लिए, इस सीजन में उसका बेखौफ चेहरा नजर आ रहा है. पुरुषों की दुनिया में उसका सिक्का चलता है और सत्ता में बैठे लोग उसे मानते हैं- चाहे वह अंडरवर्ल्ड हो, पुलिसवाले या फिर राजनेता.
इस कहानी के पहले सीजन में अशरफ की जिंदगी को दिखाया गया था, जिसका पति जहीर जब अंडरवर्ल्ड डॉन मकसूद (अजय गेही) से पंगा लेता है तो मारा जाता है. अशरफ, बार डांसर सपना से हाथ मिलाती है और अपने पति के हत्या के जिम्मेदार सारे लोगों को मार देने का प्लान बनाती है, लेकिन उसका प्लान नाकाम हो जाता है और अधर में लटकी अशरफ की जिंदगी पर आकर इसका सीजन 1 खत्म हो गया था.
इसका दूसरा सीजन लीला पासवान की तलाश के साथ शुरू होता है. अशरफ ने यह दूसरा वेश बनाया है, जो मौत को चुनौती देकर आयी है. वह दुबई के ताकतवर डॉन को अपने कदमों पर झुकाने के अपने खतरनाक मिशन पर वापस लौट आयी है.
राइटर/डायरेक्टर सचिन डारेकर कहते हैं, “अपराध की दुनिया ने मुझे हमेशा ही आकर्षित किया है. सिर्फ बंदूकों और इलकों को लेकर लड़ाई-झगड़ों की वजह से नहीं, बल्कि गैंगस्टर्स को चलाने वाले उस इमोशन की वजह से. यह सीजन बदले की भावना को दिखाता है कि कैसे यह आपके आंखों पर पट्टी बांधकर आपसे ऐसी चीजें करवाता है जिसके आप हमेशा खिलाफ रहे हैं. हो सकता है इसकी कीमत आपकी चीजों और आपके लिए अहमियत रखने वाले लोगों देकर चुकानी पड़े.”
अनुजा साठे ने कहा, “सबसे ताकतवर वही होता है, जिसके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं. मेरा जो किरदार है उसने पहले ही अपनी सबसे अहम चीज खो दी है. उसने हर हाल में अपने पति की मौत का बदला और अपना सम्मान वापस लेने का इरादा कर लिया है. मेरा यह भी मानना है कि मुश्किलों से लड़ने की उसकी हिम्मत आज के दौर की महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती है, जोकि अपनी-अपनी दुनिया में उस दीवार को तोड़ने की लड़ाई लड़ रही है. मेरे लिये यह सफर वाकई बहुत खास और यादगार रहा है.” अपराध, ड्रामा, इमोशन और बदला- तो आप तैयार हैं अशरफ के सफर पर एक बार फिर साथ चलने के लिये?
सचिन डारेकर और विशाल मोधवे द्वारा निर्देशित, इस सीरीज में शहाब अली, चिन्मय मांडलेकर, विजय निकम, रेशम श्रीवर्धनकर, राजेंद्र शिसातकर, नज़र खान, हितेश भोजराज, सौरसेनी मैत्रा, लोकेश गुप्ते, मीर सरवर, पूर्णानंद वांडेकर और रोहन गूजर भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं. एमएक्स ओरिजिनल सीरीज ‘एक थी बेगम' 2 के सारे एपिसोड स्ट्रीम करें, शुरू हो रहा है 30 सितंबर से, बिलकुल फ्री, केवल एमएक्स प्लेयर पर.