कभी हिंदी फिल्मों में भूत-प्रेत और चुड़ैलें ही डर का चेहरा हुआ करती थीं, लेकिन अब कहानी बदल रही है. बॉलीवुड ने हॉरर की दुनिया में एक नया मोड़ ले लिया है. वैंपायर्स का आगाज हो चुका है. हाल ही में आई फिल्म ‘थामा' ने दर्शकों को इस अंधेरी, लेकिन रोमांचक दुनिया में खींच लिया है. कहानी एक ऐसे आदमी की है जो मरने के बाद अचानक गायब हो जाता है, और फिर अस्पताल के ब्लड बैंक में खून की थैलियों पर टूट पड़ता है. उसकी आंखों में अजीब सी चमक, चेहरा सफेद पड़ चुका और धूप लगते ही वो बेचैन हो उठता है. तभी समझ आता है कि अब वो इंसान नहीं रहा, बल्कि वैंपायर बन गया है.
जब डर के बीच धड़कने लगता है दिल
‘थामा' की कहानी जितनी डराती है, उतनी ही दिलचस्प भी है. फिल्म का नायक अब वैंपायर बन चुका है, लेकिन उसके अंदर का दिल अब भी इंसान का है. वो एक खूबसूरत महिला वैंपायर से मोहब्बत कर बैठता है, और यहीं से शुरू होती है एक अनोखी प्रेम कहानी जिसमें खून भी है, जुनून भी और रहस्य भी. मड्डॉक फिल्म्स ने 'स्त्री' और 'भेड़िया' के बाद इस बार वैंपायरों की दुनिया में छलांग लगाई है, और ये एक्सपीरियंस ऑडियंस को खूब पसंद आ रहा है.
डर भी, मजा भी- दर्शक बोले, ऐसा हॉरर पहले नहीं देखा
अब दर्शक सिर्फ डरना नहीं चाहते, उन्हें डर में एंटरटेनमेंट चाहिए. ‘थामा' ने वही किया है, कहानी में डर तो है, लेकिन हर मोड़ पर मजा भी है. कभी दिल थाम लेने वाला सीन, तो कभी हंसी छुड़ा देने वाला पल. यही बैलेंस इसे बाकी हॉरर फिल्मों से अलग बनाता है. दर्शकों का कहना है कि अब हॉरर फिल्मों में सिर्फ अंधेरे कमरे नहीं, बल्कि नई सोच और स्टाइल भी नजर आने लगी है.
‘लोकाह' में और बड़ा धमाका तय
अब चर्चा है कि मड्डॉक फिल्म्स अपनी अगली फिल्म ‘लोकाह' के साथ इस वैंपायर यूनिवर्स को और बड़ा करने वाली है. इस बार कहानी में देसी ट्विस्ट और रहस्य का तगड़ा कॉम्बिनेशन देखने को मिलेगा यानी हॉरर में अब देसी तड़का भी होगा. अगर ‘थामा' ने दर्शकों को डराते हुए हंसाया है, तो ‘लोकाह' शायद उन्हें इस अंधेरी दुनिया का दीवाना बना दे.