बॉलीवुड में हर आने वाला शख्स स्टार ही बने ऐसा कहाँ मुमकिन हो पाया है. लेकिन कई बार ऐसे लोगों भी सिल्वर स्क्रीन पर चमक जाते हैं जो अपने नाम की बजाय अपने काम से लोगों का दिल जीत लेते हैं. इस एक्ट्रेस के पास एक बड़ा फिल्मी परिवार था. पिता एक बेहतरीन स्टार, चाचा जाने माने सिंगर और यहां तक कि जीजा भी एक शानदार एक्टर. ऐसे में इस एक्ट्रेस ने अपनी कॉमिक टाइमिंग के बल पर बॉलीवुड में अपनी खास पहचान बनाने में कामयाबी हासिल की. जी हां बात हो रही है अपने जमाने की मशहूर कॉमेडियन प्रीति गांगुली की.
अशोक कुमार की बेटी थी प्रीति गांगुली
प्रीति गांगुली ने फिल्मी परिवार में जन्म लिया था. उनके पिता अशोक कुमार अपने जमाने के लीजेंड एक्टर थे. उनके चाचा किशोर कुमार बेहतरीन सिंगर और एक्टर थे. दूसरे चाचा अनूप कुमार भी फिल्मों में दिखते थे. ऐसे में हीरोइन बनने की बजाय प्रीति ने कॉमिक के मैदान में बाजी मारने की सोची. प्रीति ने कॉमिक रोल करने शुरू किए और उनकी कॉमेडी लोगों को काफी पसंद आई. आपको बता दें कि मशहूर कॉमेडियन देवेन वर्मा की शादी प्रीति की बड़ी बहन रूपा गांगुली से हुई थी और देवेन वर्मा के साथ प्रीति ने कई फिल्में की.
खट्टा मीठा से मिली प्रीति गांगुली को शोहरत
1978 में फिल्म खट्टा मीठा के चलते प्रीति घर घर में जानी जाने लगी थी. बासु चटर्जी की इस फिल्म में प्रीति फ्रैनी के किरदार में दिखी थी जो अमिताभ बच्चन की बहुत बड़ी फैन है. संयोग से इस फिल्म में उनके साथ कुछ देर के लिए अमिताभ बच्चन भी दिखे थे. इस फिल्म में उनके साथ देवेन वर्मा की जोड़ी बनी जो असल जिंदगी में उनके जीजाजी लगते थे. देवेन और प्रीति ने बाद में विजय सदाना की एक फिल्म चोर के घर मोर में भी बतौर कपल काम किया था. प्रीति फिल्मों में अपनी कॉमिक टाइमिंग के चलते मशहूर हुईं. उनका भोला चेहरा और ज्यादा वजन उनकी कॉमिक टाइमिंग में चार चांद लगा देता था. 70 और 80 के दशक में प्रीति ने रानी और लालपरी, बालिका वधु, खेल खेल में, अनुरोध, आशिक हूं बहारों का, साहेब बहादुर, दिल्लगी, दामाद, झूठा कहीं का, क्रांति, उत्तर दक्षिण, वक्त की दीवार, बंदिश, थोड़ी सी बेवफाई जैसी कई फिल्मों में काम किया.
वजन कम करने के बाद कम रोल मिलने लगे
कॉमेडियन के रोल में अपने करियर के पीक पर ही प्रीति गांगुली ने फिल्म डायरेक्टर शशधर मुखर्जी से शादी कर ली थी. इसके बाद प्रीति ने अपना वेट लूज करने पर फोकस किया और यही बात उनके करियर के लिए बुरी साबित हुई. प्रीति ने अपना वेट तो 50 किलो कम कर लिया लेकिन इसके बाद उनको कॉमिक रोल मिलने काफी कम हो गए. पिता अशोक कुमार के निधन के बाद प्रीति ने 1993 में मुंबई में 'अशोक कुमार अकादमी ऑफ़ ड्रामेटिक आर्ट्स' की नींव रखी. यहां उन्होंने एक्टिंग के साथ साथ क्लासेस भी लीं. काफी सालों तक एक्टिंग से दूर रहने के बाद प्रीति 2005 में इमरान हाशमी की फिल्म आशिक बनाया आपने में दिखी थी. इसी साल प्रीति तुम हो ना फिल्म में भी दिखी थी और उसके बाद लाइमलाइट से गायब हो गए. दिसंबर 2012 में हार्ट अटैक से प्रीति का 59 साल की उम्र में निधन हो गया.
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