बॉलीवुड में मुकद्दर चमकना आसान नहीं है, लेकिन जिनके नसीब में ये चमक होती है उनकी सारी पुरानी प्लानिंग इस चमक के आगे फीकी पड़ जाती है. तस्वीर में बाईं तरफ नजर आ रहा ये बच्चा भी ऐसी ही तकदीर का मालिक निकला, जिसके पिता उसे सुई, धागा और मशीन थमा कर दर्जी बनाना चाहते थे. लेकिन किस्मत के ताने बाने की बुनाई कुछ और ही गढ़ रही थी. दर्जी का काम करने की जगह ये युवक बॉलीवुड में आ पहुंचा और यहां आकर बन गया क्राइम मास्टर गोगो. क्या आप पहचाने मासूम सी शक्ल वाला ये बंदा कौन है. ये हैं शक्ति कपूर.
खिलाड़ी से की करियर की शुरुआत
शक्ति कपूर सत्तर की उम्र पार कर चुके हैं. साल 1977 में उन्होंने खेल खिलाड़ी नाम की मूवी से अपने करियर की शुरुआत की थी. माता पिता ने उनका नाम सुनील सुंदरलाल कपूर रखा था. लेकिन फिल्मों की खातिर उन्होंने ये नाम बदल लिया. क्योंकि इस नाम के पहले से ही दो उम्दा सितारे इंडस्ट्री में मौजूद भी थे. शक्ति कपूर के पिता हमेशा से चाहते थे कि वो दर्जी बनें, लेकिन शक्ति कपूर एक्टर बन गए. उनके पिता को उनका ये पेशा कतई पसंद नहीं आया. खासतौर से विलेन का किरदार निभाने को लेकर मां भी गुस्सा हो जाया करती थीं. उनकी फिल्म इंसानियत का दुश्मन देख कर मां आधी फिल्म छोड़ कर ही थियेटर से चली गईं और बाद में शक्ति कपूर पर नाराज भी हुईं.
शक्ति कपूर खुद तो फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हैं ही, उनकी बेटी भी सुपर स्टार बन चुकी हैं. जिनकी मासूमियत के आगे आलिया भट्ट और दीपिका पादुकोण भी नहीं ठहरती. हम बात कर रहे हैं श्रद्धा कपूर की. श्रद्धा कपूर ने साल 2010 में तीन पत्ती मूवी के जरिए डेब्यू किया था, जिसके लिए उन्हें बेस्ट डेब्यू का फिल्मफेयर अवार्ड भी मिला. हालांकि उन्हें असल पहचान मिली आशिकी 2 से. इस फिल्म के लिए श्रद्धा कपूर को बिग स्टार एंटरटेनमेंट अवॉर्ड भी मिला.