सुष्मिता सेन ने हाल में एक इंटरव्यू के दौरान मिस यूनिवर्स 1994 का ताज पहनने और एक एक्ट्रेस के तौर पर अपने सफर के बारे में बात की. उन्होंने ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे को बताया कि कैसे शाहरुख खान-स्टारर मैं हूं ना (2004) में उनका किरदार चांदनी चोपड़ा 'छोटा लेकिन काफी स्ट्रॉन्ग' था. उन्होंने फिल्म मेकर यश चोपड़ा के रिएक्शन को भी याद किया जो उन्होंने चांदनी का कैरेक्टर देखने के बाद दिया था. इसके साथ ही बताया कि कैसे मुंबई भर में 'मैं हूं ना' के सभी पोस्टर रिलीज के एक दिन बाद हटा दिए गए थे और उनकी जगह पर शाहरुख खान के साथ सुष्मिता वाले पोस्टर लगाए गए थे.
फराह ने क्यों मांगी सुष्मिता से माफी ?
फराह ने फिल्म का फाइनल एडिट देखा और मुझे कॉल किया. उन्होंने कहा, सुश मैंने फाइनल एडिट देख लिया है और मैं तुमसे माफी मांगना चाहती हूं. शाहरुख लीड थे, जायद और अमृता का भी रोल था लेकिन तुम बहुत कम दिख रही हो. तो मैंने कहा कोई बात नहीं. हमारी एक डील था. आपने अपना प्रॉमिस निभाया और मैंने अपना. अब यह हो चुका है इसकी चिंता मत करो. लेकिन अंदर ही अंदर मुझे लग रहा था कि ओह नो मैं फिल्म में बमुश्किल ही दिख रही हूं. फिल्म सिटी में स्क्रीनिंग हुई और मेरा फोन बजना शुरू हो गया. मुझे नहीं पता था कि यश जी मुझे क्यों कॉल कर रहे थे. हर कोई मुझे कॉल कर रहा था...मैं डर डर के फोन उठा रही थी.
सुष्मिता को याद है उनसे कहा गया था, 'तुमने शानदार काम किया है, मैं तुमसे नजरें नहीं हटा पाऊंगी' और 'उम्मीद है कि तुम सेकेंड हाफ और हर फ्रेम में हो.' सुष्मिता ने बताया कि वह स्क्रीनिंग के लिए नहीं गईं क्योंकि उन्हें लगा कि उन्हें 'फिल्म देखने में बुरा लगेगा' क्योंकि फराह ने उन्हें बताया था कि वह 'मुश्किल से नजर आ रहीं थीं'.
उन्होंने कहा, "रिएक्शन से मुझे पता चला कि कुछ बदल गया है. रोल नहीं बदला थी लेकिन असर था. रोल अभी भी उतना ही छोटा था लेकिन यह काफी स्ट्रॉन्ग था. जनता का रिएक्शन इतना क्विक था कि फिल्म रिलीज होने के बाद हर पोस्टर पर शाहरुख और मैं थे. यह लोगों और दर्शकों की ताकत है और मेरे मन में इसके लिए बहुत सम्मान है. जबकि पहले पूरे बॉम्बे में मैं हूं ना के पोस्टरों में जायद खान, अमृता राव और शाहरुख और अकेले शाहरुख थे.