Prabhas is Box Office King: सालार सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. फिल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 500 करोड़ रुपये को क्रॉस कर चुका है. फिल्म का एक्शन, किरदार और खानसार की दुनिया दर्शकों को खूब पसंद आ रही है. सालार में प्रभास (Prabhas) के साथ श्रुति हासन, श्रिया रेड्डी, पृथ्वीराज सुकुमारन और जगपती बाबू नजर आए. जगपती बाबू ने फिल्म में राजामन्नार का किरदार निभाया है और वह साउथ इंडस्ट्री का जाना-माना नाम भी हैं. सालार में उनके किरदार की अभी सिर्फ एक जोरदार झलक मिली है और सालार 2 (Salaar 2) में इस किरदार के और भी जानदार रहने की उम्मीद है. पेश है एनडीटीवी की जगपती बाबू के साथ खास बातचीत...
सालार का राजामन्नार का किरदार किस तरह मिला?
मुझे इसके बारे में ज्यादा तो पता नहीं है और ना ही इसका कोई एक प्रोसेस होता है क्योंकि मैं हमेशा मानता हूं कि अच्छे निर्देशक आप जहां भी हों आपको ढूंढ ही लेते हैं. उनके दिमाग में कैरेक्टर और उसे करने वाले का नाम एकदम साफ होता है. इसलिए आप फिर हिमालय पर हों या फिर चांद पर, वो आपको ढूंढ ही लेंगे. मैं प्रशांत नील से बेंगलूरू में मिला था, लेकिन यह रोल उसके काफी बाद आया. फिर हम बहुत अच्छे से जुड़े और मुझे उम्मीद थी कि मुझे उनके साथ एक अच्छा किरदार मिलेगा और ऐसा ही हुआ, मैं इससे सचमुच बहुत खुश हूं.
सालार में ऐसी कौन सी खास बात थी जिसने आपको सबसे ज्यादा अपनी ओर खींचा?
पहली बात यह कि सालार की पूरी दुनिया ही मुझे काफी पसंद थी. दूसरी बात, प्रशांत अपने आप में खास हैं. इस तरह से प्रोडक्शन हाउस से लेकर सब बहुत ही कमाल था. मेरे लिए सब कुछ स्पेशल था और आज यह मेरे लिए सुपरस्पेशल बन चुका है.
प्रभास के बारे में एक खास बात बताएं और यह भी बताएं कि उनके साथ काम करने का एक्सपीरियंस कैसा रहा?
प्रभास एक ऐसे इंसान हैं जिनके साथ कोई कंट्रोवर्सी जुड़ी नहीं है. वह बहुत ही कमाल की शख्सियत हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि वे एक बहुत ही अच्छे इंसान हैं. वह बहुत ही प्यारे और सच्चे हैं. इस इंडस्ट्री के जाल में फंसना बहुत आसान है, लेकिन उन्होंने अपना एक स्पेस बनाया है और वह उसमें रहते हैं. वह अच्छी तरह जानते हैं कि मैं उन्हें कितना पसंद करता हूं. मैं उनके लिए बेहद खुश हूं और असल में पूरी दुनिया उनके लिए बहुत खुश है. वो बॉक्स ऑफिस किंग हैं.
आपने साउथ और बॉलीवुड के टॉप एक्टर्स और डायरेक्टर्स के साथ भी काम किया. ऐसे में प्रशांत नील को बाकी से कैसे अलग पाते हैं?
मैंने साउथ में बड़े डायरेक्टर्स के साथ काम किया है और बॉलीवुड में किसी का भाई किसी की जान में सलमान भाई के साथ भी काम किया है. मैं सबसे पहले कहूंगा कि वह सिनेमा में जादुई तरीके से विश्वास करते हैं और उनके साथ काम करना बहुत आसान है. मैं लोगों को बता रहा था कि सब कुछ बहुत आसान था, मेरे शॉट्स में सब कुछ एक ही टेक में हो गया और दूसरे टेक की जरूरत ही नहीं पड़ी. इसलिए उनके साथ काम करना बहुत आसान और आरामदायक है. यही बात उन्हें खास भी बनाते हैं. वह सिनेमा को सिनेमा की तरह लेते हैं, यह ऐसी चीज है जो उन्हें अपने काम को लेकर और भी कमिटेड बनाती है.
पिछले कुछ साल से साउथ इंडस्ट्री की टॉप फिल्में आपके बिना संभव नहीं हैं. इस सफलता का मंत्र क्या है?
मैं खुशकिस्मत रहा हूं कि मुझे लीड एक्टर से कैरेक्टर आर्टिस्ट के तौर पर मौका मिला और दर्शकों का प्यार भी मिला. इस वजह से लगातार फिल्में मिल रही हैं. दर्शक मुझे कैरेक्टर एक्टर से लेकर विलेन तक के किरदार में पसंद कर रहे हैं. मेरा मानना है कि लोग टैलेंट की कद्र करते हैं.
2013-14 में वो क्या बात थी कि आपने लीड से कैरेक्टर एक्टर बनने का फैसला लिया?
पहली बात, हमें हमेशा कुछ फ्रेश करना होता हूं. मैं एक ही चीज पर टिका नहीं रहना चाहता था. मैं हीरो हूं, लीड हूं और मुझे यही करना है. साल 2008 में मैंने डिसीजन ले लिया था और मैं प्रोड्यूसर्स से बात की कि अब मेरे साथ लीड में फिल्म बनाना आपके लिए फायदे का सौदा नहीं रहेगा. तो मैंने ग्रेसफुली उनसे फिल्म को ठंडे बस्ते में डालने के लिए कहा. बहुत से लोगों ने मेरे ऐसा कहने पर मुझे बुरा-भला भी कहा. उसी समय मैंने फैसला लिया. फिर मुझे कुछ लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा और उसके बाद कैरेक्टर रोल मिलने शुरू हो गए. इस तरह मैंने किरदार के मुताबिक खुद को ढाल लिया.
आप साउथ में कंगुवा, गुंटूर कारम और पुष्पा 2 जैसी फिल्में कर रहे हैं, क्या बॉलीवुड में भी कोई प्रोजेक्ट है?
हां, अभी कई प्रोजेक्ट्स को खंगाला जा रहा है. लेकिन आयुष शर्मा के साथ जल्द ही एक फिल्म में नजर आऊंगा.