Drishyam 2 Review: मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार मोहनलाल और डायरेक्टर जीतू जोसफ (Jeethu Joseph) की फिल्म 'दृश्यम' 2013 में रिलीज हुई थी, और सात साल के बाद दोनों दिग्गजों की जोड़ी 'दृश्यम 2' के साथ लौटी. 'दृश्यम' की कहानी जितनी सनसनीखेज थी, 'दृश्यम 2 (Drishyam 2)' उस लेवल को आगे लेकर जाती है. ऐसा बहुत ही कम मामलों में देखा जाता है कि सीक्वल अपने पहले पार्ट से ज्यादा मजबूत हो, और मोहनलाल (Mohanlal) की 'दृश्यम 2' इस मामले की बेहतरीन मिसाल है.
'दृश्यम 2 (Drishyam 2)' की जॉर्जकुट्टी के परिवार से है. परिवार के हाथों 'दृश्यम' में एक लड़के कत्ल हो जाता है और उसके माता-पिता उसके कत्ल और उसकी लाश कहां दबाई गई है, उसके बारे में जानना चाहते हैं. जॉर्जकुट्टी अपनी फैमिली के साथ सुकून से रह रहा है. लेकिन अतीत का साया अब भी उन पर गहरा रहा है. यही नहीं, पुलिस के सायरन की आवाज से पूरा परिवार पत्ते की तरह कांपने लगता है. लेकिन लड़के माता-पिता पैसे खर्च कर रहे हैं और अपनी ताकत का इस्तेमाल करके अपने बेटे के कत्ल और कातिल के बारे में जानना चाहते हैं. इस बार जॉर्जकुट्टी उनकी चाल में आ जाता है. उसके क्राइम के बारे में सबको पता चल जाता है. लाश भी मिल जाती है. लेकिन कहानी इतनी आसान नहीं है, फिल्म को देखने के बाद आपका हैरान होना तय है. कहानी में एक दो लूप होल्स को छोड़ दिया जाए तो यह बहुत ही सिम्प्ल तरीके से बनाई गई शानदार क्राइम थ्रिलर है.
'दृश्यम 2 (Drishyam 2)' में एक्टिंग के मोर्चे पर सभी एक्टर कमाल हैं. मोहनलाल एक बेहतरीन एक्टर हैं, और उन्होंने सधे हुए अंदाज में एक्टिंग की है. फिर साथ में जीतू जोसफ का डायरेक्शन भी अव्वल दर्जे का इस तरह, अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई फिल्म हर मायने में मनोरंजक है और एक शानदार और मैच्योर क्राइम थ्रिलर देखने वालों के लिए परफेक्ट है.
रेटिंगः 4/5 स्टार
डायरेक्टरः जीतू जोसफ
कलाकारः मोहनलाल, मीना, अंसिबा हासन और एस्थर अनिल