सड़क पर गिरी तस्वीर ने बदली तकदीर, दूरदर्शन एंकर से सुपरस्टार बनी ये बच्ची, 31 की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा

Doordarshan famous anchor Became Bollywood Superstar: एक समय पर दूरदर्शन की मशहूर एंकर रहीं एक्ट्रेस स्मिता पाटिल को बॉलीवुड का सुपरस्टार बनने का मौका कैसे मिला जानते हैं आप? बड़ी दिलचस्प है ये कहानी.

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Smita Patil Childhood Photo: स्मिता पाटिल के बचपन की तस्वीर
नई दिल्ली:

“ना जीने की उम्र है, ना मरने की, जिंदगी बस एक नाम है सदमे की” यह लाइन उस सदाबहार और खूबसूरत एक्ट्रेस स्मिता पाटिल के लिए है, जिन्होंने महज 31 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया. उनकी बड़ी-बड़ी आंखें, नूरानी चेहरा और गंभीर अदायगी वाली एक्ट्रेस आज भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं. उनकी फिल्में देखते वक्त लोग हर सीन और भाव को गौर से निहारते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्मिता पाटिल (Smita Patil), जो बॉलीवुड की सुपरस्टार बनीं, पहले दूरदर्शन की न्यूज एंकर थीं और उनकी एक तस्वीर ने उनकी किस्मत बदल दी?

स्मिता पाटिल की पढ़ाई और शुरुआती सफर

17 अक्टूबर 1955 को मुंबई में जन्मीं स्मिता पाटिल ने मराठी मीडियम के स्कूलों में पढ़ाई की. पढ़ाई पूरी करने के बाद वह मुंबई दूरदर्शन में मराठी में समाचार पढ़ने लगीं. उनकी बायोग्राफी ‘स्मिता पाटिल: अ ब्रीफ इनकैनडिसेंस' में मैथिली राव ने एक रोचक किस्सा शेयर किया.

सड़क पर गिरी तस्वीर ने बदली तकदीर

मैथिली राव के मुताबिक स्मिता की दोस्त ज्योत्सना किरपेकर मुंबई दूरदर्शन पर समाचार पढ़ती थीं. उनके पति दीपक किरपेकर, जो पेशे से फोटोग्राफर थे, अक्सर स्मिता की तस्वीरें खींचते थे. एक दिन दीपक स्मिता की तस्वीरें लेकर दूरदर्शन केंद्र गए जहां एंट्री करते समय तस्वीरें जमीन पर गिर गईं. उन्हें संभालते समय मुंबई दूरदर्शन के डायरेक्टर पीवी कृष्णमूर्ति की नजर उन पर पड़ी. उन्होंने पूछा, “ये तस्वीरें किसकी हैं?” जब दीपक ने स्मिता के बारे में बताया तो डायरेक्टर ने उनसे मिलने की इच्छा जताई.

ऑडिशन में गाया बांग्लादेश का राष्ट्रगान

स्मिता शुरू में इस काम के लिए तैयार नहीं थीं, लेकिन काफी मनाने के बाद वह दूरदर्शन केंद्र गईं. ऑडिशन में जब उनसे कुछ सुनाने को कहा गया तो उन्होंने बांग्लादेश का राष्ट्रगान “आमार शोनार बांग्ला” गाया. उनकी आवाज ने डायरेक्टर को इतना इंप्रेस किया कि उन्हें तुरंत न्यूज एंकर के लिए चुन लिया गया. इसके बाद स्मिता मराठी में समाचार पढ़ने लगीं. उनकी आवाज इतनी मधुर थी कि मराठी न समझने वाले लोग भी उनकी खातिर टीवी ऑन कर उन्हें सुनने के लिए बैठते थे.

बॉलीवुड में शानदार शुरुआत

स्मिता का फिल्मी सफर भी यहीं से शुरू हुआ. मशहूर डायरेक्टर श्याम बेनेगल ने उन्हें टीवी पर देखा और अपनी फिल्म में साइन करने का फैसला किया. स्मिता ने अपने एक्टिंग से पैरेलल सिनेमा में अपनी अलग पहचान बनाई.

पर्सनल लाइफ और असमय निधन

स्मिता ने एक्टर राज बब्बर से शादी की जो पहले से शादीशुदा थे. उनके बेटे प्रतीक बब्बर आज एक एक्टर हैं और ‘आरक्षण' जैसी फिल्मों में नजर आ चुके हैं. दुर्भाग्यवश, स्मिता ने 13 दिसंबर 1986 को मात्र 31 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया, जिसने उनके फैंस को गहरा सदमा दिया.

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