एक एक्ट्रेस खूबसूरत हो और एक्टिंग भी दमदार करती हो, इसके अलावा बॉलीवुड को एक हीरोइन में भला और क्या खूबी चाहिए. लेकिन एक एक्ट्रेस के यही खूबी उनकी दुश्मन बन गई. अपनी इस क्वालिटी के चलते उन्हें काम नहीं मिला. हाल ये हुआ कि ये एक्ट्रेस अपनी खूबसूरती को ही अपनी सबसे बड़ी ट्रेजेडी मानती हैं. तस्वीर में नजर आ रही बच्ची वही एक्ट्रेस हैं. जिनकी सुंदरता ने ही उन्हें मन माफिक काम से दूर कर दिया. ये एक्ट्रेस हैं दिया मिर्जा. जो जर्मन पिता औऱ बंगाली हिंदू मां की बेटी हैं. उसके बावजूद अपने सरनेम में मिर्जा लगाती हैं. इसके पीछे भी खास कहानी है.
खूबसूरती बनी ट्रेजेडी
दिया मिर्जा की खूबसूरती कितनी दिलकश है, ये बताने की जरूरत नहीं. उन्हें देखकर अगर होश गुम न हो जाएं तो ही खूबसूरती पर सवाल उठा सकते हैं. इस सुंदरता की मालकिन दिया मिर्जा को भी शायद यही लगा होगा कि वो जो चाहेंगी उस फिल्म में काम कर सकेंगी. लेकिन बहुत से मेकर्स ने उन्हें ये कह कर रिजेक्ट कर दिया कि वो बहुत ज्यादा सुंदर हैं. एक इंटरव्यू में दिया मिर्जा खुद ये बता चुकी हैं कि उन्हें टू मेन स्ट्रीम लुक कहकर डायरेक्टर ने फिल्म में काम देने से इंकार कर दिया. दिया मिर्जा के मुताबिक वो हमेशा से मीनिंगफुल फिल्में करना चाहती थीं. लेकिन ज्यादा सुंदर दिखने की वजह से डायरेक्टर उन्हें फिल्म में काम देने से इंकार कर देते थे.
मिर्जा सरनेम का राज
दिया मिर्जा की मां बंगाल को बिलॉन्ग करती हैं और हिंदू हैं ज़बकि उनके पिता जर्मनी के हैं. उनका नाम है फैंक हेडरीच. उसके बावजूद दिया सरनेम में मिर्जा नाम का उपयोग करती हैं. इस मुस्लिम सरनेम को एक्सेप्ट करने के पीछे खास कारण हैं. दिया मिर्जा जब चार साल की थीं, तब ही उनके माता पिता का तलाक हो गया था. तब मां ने हैदराबाद के अहमद मिर्जा से दूसरी शादी की थी. अहमद मिर्जा ने कभी दिया मिर्जा को पिता की कमी महसूस नहीं होने दीं. इसलिए दिया ने भी अपने नाम के साथ उनका सरनेम लगाना चुना.
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