रणवीर सिंह की धुरंधर के पहले पार्ट की कहानी का अंत रहमान डकैत की मौत के साथ होता है, जिस किरदार को अक्षय खन्ना ने निभाया है. उसका कत्ल अंडरकवर एजेंट हमजा के जरिए हुए है, जिसे रणवीर सिंह ने निभाया है. वह एसपी चौधरी असलम खान (संजय दत्त) के साथ मिलकर रहमान डकैत का अंत करता है, जिसके बाद एक नई कहानी की शुरूआत होती है. लेकिन फिल्म के आखिरी कुछ पलों में हमने देखा की रहमान के छोटे भाई उजैर बलौच, जिसका किरदार दानिश पंडोर ने निभाया है. वह अस्पताल पहुंचता है और हमजा को गले लगाता है, जो उसके भाई का कातिल है. लेकिन उजैर की कहानी उतनी नहीं है, जितना कि फिल्म में दिखाया गया.
उजैर बलोच ने की थी गैंगस्टर अरशद पप्पू की खुलेआम हत्या
धुरंधर 2, मार्च में रिलीज होने को तैयार है. हालांकि फिल्म में जो दिखाया जाएगा और धुरंधर के पहले पार्ट में दिखाया गया असल जिंदगी में उजैर उससे कहीं ज्यादा हिंसक है. असल में उजैर बलोच कराची के सबसे खतरनाक गैंगस्टर्स में से एक है. रहमान डकैत की मौत के बाद उजैर ने ही भाई के क्रिमिनल अंपायर को संभाला और ल्यारी तक अपनी पॉवर को पहुंचाया. इसके साथ ही उजैर का नाम जल्द ही इलाके के हिंसक इतिहास की कुछ सबसे क्रूर घटनाओं से जुड़ गया. माना जाता है कि उजैर गैंगस्टर अरशद पप्पू की हत्या के लिए जिम्मेदार था, जिसका क्षत-विक्षत शव बाद में ल्यारी में मिला था. स्थानीय लोगों का कहना है कि हत्या के बाद, उजैर और उसके साथियों ने खुलेआम शव को दिखाया, और उसे सड़कों पर इधर-उधर फेंका. कुछ चश्मदीदों ने तो यह भी आरोप लगाया कि उसके कटे हुए सिर को फुटबॉल की तरह इस्तेमाल किया गया. यह एक ऐसा काम था, जो उस समय ल्यारी में फैली बेकाबू क्रूरता का एक चिन्ह बन गया था.
पिता की मौत के बाद रहमान डकैत की गैंग में हुआ था शामिल
उजैर के अपराध की दुनिया में आने की वजह पर्सनल नुकसान था. दरअसल, 2003 में उजैर के पिता फैज मुहम्मद को अरशद पप्पू ने फिरौती के लिए किडनैप किया और फिर मर्डर कर दिया. इससे उजैर का पूरा परिवार टूट गया. इस घटना के बाद, उजैर के चचेरे भाई रहमान डकैत ने उसे अपने गैंग में शामिल होने के लिए बुलाया. उस समय, रहमान ने लियारी के गैंग नेटवर्क पर अपना दबदबा बना लिया था और वह पहले से ही अरशद पप्पू का दुश्मन था, जो उस इलाके में अपना कंट्रोल जमाने की कोशिश कर रहा था.हालांकि इसके बावजूद रिपोर्ट्स का कहना है कि उजैर शुरू में ऑर्गेनाइज्ड क्राइम में शामिल होने को तैयार नहीं था. डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, उजैर को आखिरकार अरशद के साथ उनकी आपसी दुश्मनी के कारण गैंग में शामिल होने के लिए मनाया गया.
रहमान डकैत की मौत के बाद राजनीति में भी उजैर की एंट्री
इसके कुछ समय बाद उजैर को चौधरी असलम खान ने गिरफ्तार किया, जिस किरदार को संजय दत्त ने धुरंधर में निभाया है. हालांकि इससे अपराध की दुनिया में उसका नाम खत्म नहीं हुआ क्योंकि रहमान डकैत के राजनीतिक कनेक्शन के कारण उजैर रिहा हो गया. हालांकि दो साल उसने कराची की जेल में बिताए. जैसा कि फिल्म में दिखाया गया रहमान और उजैर के पाकिस्तान पीपल्स पार्टी पीपीपी के साथ कनेक्शन हैं. रहमान डकैत को 2009 में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था, जिसके बाद उजौर बलोच के हाथ में पावर आ गई. इसके बाद वह गैंग का लीडर बन गया. वहीं उसने रहमान के पीपल्स अमन कमेटी में भी कंट्रोल ले लिया. , जो ल्यारी के लोकल चुनावों में अपने इनफ्लेंस करती थी. रहमान की मौत के बाद 2012 तक पीपीपी लीडर्स ने उजैर को बचाया और उन्हें ऑपरेट करने दिया.
पार्टी भंग होने के बाद भी उजैर बलोच का राज था कायम
2011 में पाकिस्तानी सरकार ने पीपल्स कमेटी को भंग कर दिया. इस कदम से उजैर पार्टी के बैनर के साथ चुनाव लड़ने से रुक गया, लेकिन इससे लयारी पर उसकी पकड़ कमजोर नहीं हुई. बैन के बावजूद उजैर की मौजूदगी साफ देखने को मिली जब उसकी तस्वीर वाले पोस्टर पूरे इलाके में दिखे, जिसके कारण उसका दबदबा बना रहा. राकेश बेदी का किरदार जमील जमाली मोटे तौर पर गबोल पर आधारित है. वहीं उजैर बलोच और नेता नबील गबोल के बीच की दुश्मनी की असली कहानी है. 2012 की वाइस न्यूज डॉक्यूमेंट्री, गाइड टू कराची, बताती है कि नबील गबोल और चौधरी असलम ने उजैर को मारने के मकसद से हाथ मिलाया था. इस समय तक, PPP और PAC खुलेआम लड़ रहे थे, जिसके कारण 2012 में 'लयारी ग्रैंड ऑपरेशन' शुरू किया गया, जिसकी अगुवाई चौधरी असलम ने की थी.
रहमान डकैत की मौत का लिया उजैर बलोच ने बदला
रहमान डकैत की मौत के सालों बाद उजैर ने बदला लिया. 2013 में, अरशद पप्पू को पकड़ा और मार दिया गया. रिपोर्ट्स कहती हैं कि उसके शरीर के कुछ हिस्सों को काट दिया गया और लयारी की सड़कों पर सबके सामने जलाया गया. ताकि कथित तौर पर चश्मदीदों के बीच खौफ रहे. धुरंधर में अरशद पप्पू एक सीन में थोड़ी देर के लिए दिखाई देता है, जहां चौधरी असलम के साथ मिलकर जमील जमाली, रहमान डकैत की मौत की साजिश रचता है. फिल्म में उसकी मौजूदगी सीक्वल में एक बड़ी भूमिका का संकेत देती है, ठीक वैसे ही जैसे रहमान की मौत के बाद असल जिंदगी में उसकी अहमियत बढ़ी थी.
पाकिस्तान की जेल में है उजैर बलोच
2014 तक उज़ैर बलूच पर हफ्ता वसूली के 50 से ज्यादा मामले थे और वह गैंग के सदस्यों और पुलिस अधिकारियों की हत्याओं से भी जुड़ा हुआ था. उसके खिलाफ वारंट जारी किए गए, लेकिन गिरफ्तार होने से पहले ही वह पाकिस्तान से भागने में कामयाब रहा. इसके बाद 2015 में, उजैर को इंटरपोल ने दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया और पाकिस्तान को सौंप दिया गया. पांच साल बाद, 2020 में उजैर को 12 साल जेल की सजा सुनाई गई और कराची सेंट्रल जेल भेजा गया. वहीं कुछ ही दिन पहले, उजैर को सबूतों की कमी के कारण 2012 के एक हथियार मामले में बरी किया गया. हालांकि वह अभी भी जेल में है.
आपने आदित्य धर की फिल्म धुरंधर में देखा कि रहमान डकैत की मौत को दिखाया गया. लेकिन असल में, यह सिर्फ सत्ता का ट्रांसफर था. धुरंधर 2 ईद 2026 में रिलीज होने वाली है, जिसका ऐलान मेकर्स ने धुरंधर के साथ ही कर दिया है. हालांकि धुरंधर 2 की कहानी उजैर की हिंसा और राजनिति में कदम के साथ बड़े साहब की कहानी बताएगी. जबकि हमजा का कैसे इसका खात्मा करता है. इसके दिखाए जाने की उम्मीद है.