कैसे धुरंधर में बलूचिस्तान को दिया गया ट्रिब्यूट, जहां से बॉलीवुड को मिले 6 सुपरस्टार्स

बलूचिस्तान ने बॉलीवुड को कई स्टार्स दिए. कुछ ने अभिनय की दुनिया में अपना जलवा दिखाया तो कुछ ऐसे राइटर जिन्होंने हिंदी सिनेमा को सबसे ज़्यादा पॉपुलर डायलॉग दिए.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
बलूचिस्तान ने बॉलीवुड को दिए कई बड़े स्टार्स

धुरंधर की वजह से बलूचिस्तान फिर से लाइमलाइट में आ गया है. यह मूवी कराची के ल्यारी इलाके के बैकग्राउंड पर बनी है, जहां पहले बलूच कम्युनिटी का दबदबा था. लेकिन बहुत से लोग यह नहीं जानते कि स्क्रीन पर चर्चा का विषय बनने से बहुत पहले ही, बलूचिस्तान ने पर्दे के पीछे से बॉलीवुड को आकार दे दिया था. बलूचिस्तान ने बॉलीवुड को कई स्टार्स दिए. कुछ ने अभिनय की दुनिया में अपना जलवा दिखाया तो कुछ ऐसे राइटर जिन्होंने हिंदी सिनेमा को सबसे ज़्यादा पॉपुलर डायलॉग दिए.

सुरेश ओबेरॉय

1946 में क्वेटा में जन्मे, सुरेश ओबेरॉय का परिवार भारत आ गया, जहां ओबेरॉय ने फिल्म सेट से बहुत दूर रेडियो और मॉडलिंग से अपना करियर शुरू किया. जब उन्होंने बॉलीवुड में एंट्री की, तो वे इसके सबसे भरोसेमंद चेहरों में से एक बन गए. 135 से ज़्यादा फिल्मों में, सुरेश ओबेरॉय ने पुलिस ऑफिसर, हीरो या हीरोइन के पिता, मेंटर और मोरल एंकर के रोल आसानी से निभाए. पंजाबी, पश्तो, हिंदी, उर्दू और इंग्लिश समेत कई भाषाओं में माहिर, ओबेरॉय की संस्कृति में उनकी जड़ों की झलक दिखती थी. बाद में, उन्होंने 2004 में BJP में शामिल होकर पॉलिटिक्स में भी कदम रखा, जिससे साबित हुआ कि उनका असर सिनेमा से कहीं ज़्यादा है.

कादर खान

बहुत कम लोगों ने बॉलीवुड की भाषा को उस तरह से बनाया है जैसा कादर खान ने बनाया. काबुल में एक पश्तून परिवार में जन्मे, जिनकी जड़ें पिशिन, बलूचिस्तान से जुड़ी हैं. कादर मुंबई चले गए और सिविल इंजीनियरिंग प्रोफेसर के तौर पर जिंदगी शुरू की. 1973 की फिल्म दाग से अपना एक्टिंग करियर शुरू करने वाले कादर खान ने 300 से ज्यादा फिल्में की. उन्होंने 250 से ज़्यादा फिल्मों के लिए डायलॉग भी लिखे. कई फिल्मफेयर ट्रॉफी और 2019 में मरणोपरांत पद्मश्री से सम्मानित, कादर खान बॉलीवुड के बेहतरीन कलाकारों में से एक रहे.

अमजद खान

1940 में क्वेटा में जन्मे, अमजद खान शोले में गब्बर सिंह की भूमिका से अमर हो गए. खान ने 130 से ज्यादा फिल्में कीं, और उन्होंने रेंज, इंटेंसिटी और डायलॉग डिलीवरी पर एक अनोखी पकड़ दिखाई. अमजद खान ने बॉलीवुड के विलेन को यादगार बना दिया. उनकी आवाज और स्क्रीन प्रेजेंस ने हिंदी फिल्मों के विलेन को नया रूप दिया, जिससे विलेन ज़्यादा लेयर वाले और यादगार बन गए. वह भारत के सबसे पॉपुलर एक्टर्स में से एक बने.

राज कुमार

1926 में लोरलाई में कुलभूषण पंडित के तौर पर जन्मे, राजकुमार का सिनेमा का सफ़र बिल्कुल भी पारंपरिक नहीं था. वह मुंबई पुलिस में रहे फिर फिल्मों की दुनिया में कदम रखा. अपनी दमदार पर्सनेलिटी और शानदार डायलॉग्स से वह बड़े पर्दे पर छा गए.

वीना कुमारी (ताजौर सुल्ताना)

Advertisement

क्वेटा में जन्मी वीना कुमारी 1940 और 1950 के दशक में हिंदी और उर्दू सिनेमा के चमकदार चेहरों में से एक थीं. अपनी शालीनता और प्रभावशाली परफॉर्मेंस के लिए जानी जाने वाली, वह उस सुनहरे दौर का हिस्सा थीं जिसने भारतीय सिनेमा की नींव रखी जैसा कि हम आज जानते हैं.

ज़ेबा बख्तियार

बलूचिस्तान से जुड़ी ज़ेबा बख्तियार ने आसानी से दो फिल्म इंडस्ट्री को जोड़ा. हालांकि वह एक मशहूर पाकिस्तानी फिल्म और टेलीविजन अभिनेत्री, निर्माता और निर्देशक हैं. उन्हें हिना में अपनी भूमिका के लिए पहचान मिली जिसने उन्हें भारतीय दर्शकों के लिए एक जाना-पहचाना चेहरा बना दिया. पाकिस्तानी टेलीविजन में उनके काम ने सीमाओं के पार उनकी विरासत को मजबूत किया.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Sucherita Kukreti | Nitish Kumar Hijab Controversy: हिजाब पर Pakistan से धमकी, इस्तीफा देंगे नीतीश?
Topics mentioned in this article