यूट्यूबर और सोशल कमेंटेटर ध्रुव राठी और अभिनेता रणवीर शौरी ने एक्स पर एक-दूसरे पर कटाक्ष किया. ध्रुव राठी ने आदित्य धर की आगामी फिल्म "धुरंधर" के ट्रेलर की आलोचना करते हुए उसे अत्यधिक और विचलित करने वाली हिंसक फिल्म बताया. ध्रुव राठी ने एक्स पर पोस्ट किया कि ट्रेलर ने मुख्यधारा के सिनेमा में "घटियापन की हद" पार कर दी है. उन्होंने लिखा, "आदित्य धर ने सचमुच बॉलीवुड में घटियापन की हद पार कर दी है. उनकी लेटेस्ट फिल्म के ट्रेलर में दिखाई गई अत्यधिक हिंसा, रक्तपात और यातना, ये सब पैसे के लिए उनकी लालसा को दिखाती है. जो इतनी बेकाबू है कि वे जानबूझकर युवा पीढ़ी के दिमाग में ज़हर भर रहे हैं, उन्हें रक्तपात के प्रति असंवेदनशील बना रहे हैं और अकल्पनीय यातना का महिमामंडन कर रहे हैं. सेंसर बोर्ड के लिए यह दिखाने का मौका है कि क्या उन्हें लोगों को चूमते हुए या किसी की ज़िंदा खाल उधेड़ते हुए देखने से ज़्यादा समस्या है."
इस पोस्ट ने काफ़ी सुर्खियां बटोरीं, जिससे एक एक्स यूज़र ने राठी पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने पहले "गैंग्स ऑफ़ वासेपुर" को एक महत्वपूर्ण भारतीय फ़िल्म बताया था और पांच साल पहले इसकी सराहना करते हुए एक यूट्यूब वीडियो भी बनाया था. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, राठी ने कहा, "मैं ग़लत था, उस समय मुझे समझ नहीं आया था कि ऐसी फ़िल्मों का समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है.""मिथ्या", "खोसला का घोसला!" और "तितली" जैसी फ़िल्मों के लिए मशहूर अभिनेता रणवीर शौरी ने राठी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा, "यार, तुम अक्सर ग़लत होते हो, लेकिन मुझे अच्छा लगता है कि तुमने इसे अपना करियर बना लिया है."
दोनों के बीच इस बहस ने स्वाभाविक रूप से X पर कई प्रतिक्रियाएं दीं. जहां कुछ यूजर्स ने राठी की आलोचना की और शौरी के जज्बे की सराहना की."रणवीर, आपकी बात तो बिल्कुल बेतुकी है. कम से कम ध्रुव अपनी गलती स्वीकार करता है और उससे सीखता है. आप? अभी भी सस्ते निशाने पर हैं, उम्मीद करते हैं कि इसे 'करियर मूव' माना जाएगा." एक अन्य यूज़र ने मज़ाक करते हुए कहा, "रणवीर शौरी का ध्रुव राठी के बारे में ट्वीट करना पिछले एक दशक में उनका सबसे ज़्यादा स्क्रीन टाइम है."एक तीसरे यूज़र ने लिखा, "आपने उसे भुना नहीं, बल्कि तला है." वहीं रणवीर शौरी का समर्थन करते हुए एक यूज़र ने लिखा , "अगर आप खुद पर आलोचना बर्दाश्त नहीं कर सकते, तो मुझे नहीं लगता कि आपको दूसरों की आलोचना करनी चाहिए, खासकर दूसरों के करियर पर."