4 दिसंबर 1959 में रिलीज हुई फिल्म ने 50 लाख में कमाए थे दो करोड़, बिन ब्याही मां और मुस्लिम पिता की कहानी ने मचाया था कोहराम

4 दिसंबर के दिन 1959 में एक फिल्म रिलीज हुई थी. इस फिल्म से यश चोपड़ा ने डायरेक्शन की दुनिया में कदम रखा था. फिल्म की कहानी एक बिनब्याही मां और एक मुस्लिम पुरुष के उसके बच्चे का पालन-पोषण करने की कहानी है, जिसने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी थी.

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4 दिसंबर 1959 को रिलीज हुई इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर खूब उड़ाया था गरदा
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  • 'धूल का फूल' फिल्म 4 दिसंबर 1959 को रिलीज हुई
  • 'धूल का फूल' यश चोपड़ा की बतौर डायरेक्टर पहली फिल्म थी
  • माला सिन्हा, राजेंद्र कुमार, नंदा, अशोक कुमार और लीला चिटणीस ने इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई
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4 दिसंबर 1959 का दिन हिंदी सिनेमा के इतिहास का बेहद खास दिन रहा है. इस दिन 'धूल का फूल' फिल्म रिलीज हुई और इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाकर रख दी. 'धूल का फूल' वो फिल्म है जिससे बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर यश चोपड़ा ने बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया था. यश चोपड़ा को हिंदी सिनेमा का ऐसा डायरेक्टर माना जाता है जो रिश्तों में जटिलताओं को परदे पर उतारने के लिए पहचाने जाते हैं. 'धूल का फूल' भी ऐसी फिल्म है जिसमें एक बिनब्याही मां का दर्द और एक शख्स एक बच्चे को पालने का संघर्ष दिखाया गया है. इस फिल्म ने ना सिर्फ दर्शकों का दिल जीता बल्कि बॉक्स ऑफिस पर भी झंडे गाड़ दिए. आइए जानते हैं इस फिल्म से जुड़ी दिलचस्प बातें...

धूल का फूल की कहानी?

'धूल का फूल' की कहानी लॉ स्टूडेंट राजेंद्र कुमार और माला सिन्हा की है. दोनों को प्रेम होता है और फिर माला सिन्हा प्रेगनेंट हो जाती हैं. लेकिन राजेंद्र कुमार अपने करियर को देखते हुए शादी से मुकर जाता है. बच्चे को अनाथालय के बाहर छोड़ दिया जाता है. बच्चे को एक मुस्लिम बुजुर्ग पालता है. फिल्म में कई रोचक मोड़ हैं और इसमें एक खास संदेश भी है.

तू हिंदू बनेगा न मुसलमान बनेगा...

धूल का फूल की कास्ट?

'धूल का फूल' का निर्देशन यश चोपड़ा ने किया है. फिल्म में माला सिन्हा, राजेंद्र कुमार, नंदा, अशोक कुमार और लीला चिटणीस लीड रोल में हैं. फिल्म का म्यूजिक नौशाद ने दिया है और इसका गाना 'तू हिंदू बनेगा न मुसलमान बनेगा' आज भी खूब सुना जाता है.

धूल का फूल का बजट और कलेक्शन?

'धूल का फूल' उस दौर में सिर्फ 50 लाख में बनी थीं. जबकि फिल्म ने दो करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था. इस तरह फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई और बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड बनाने में कामयाब रही.

अशोक कुमार को कैसे मिला रोल?

'धूल का फूल' में अशोक कुमार ने माला सिन्हा के पति का रोल निभाया है. लेकिन इस रोल के लिए पहले राज कुमार को साइन किया गया था. लेकिन बहस हो जाने की वजह से मेकर्स ने उन्हें फिल्म से ड्रॉप कर दिया. इसके बाद शम्मी कपूर को अप्रोच किया गया लेकिन उनके पास डेट्स नहीं थी. इस तरह आखिर में ये रोल अशोक कुमार के पहुंचा.

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