बॉलीवुड के सुपरस्टार धर्मेंद्र ने आशा पारेख के साथ आया सावन (1969) से लेकर मेरा गांव मेरा देश (1971) जैसी फिल्म में काम किया. वहीं दोनों की जोड़ी पर्दे पर हिट रही. लेकिन जब दोनों ने 1966 में आई पहली फिल्म आए दिन बहार के में साथ काम किया तो यह बिल्कुल भी दोनों सुपरस्टार्स के साथ आसान नहीं था. इसका जिक्र एनडीटीवी के साथ खास बातचीत में आशा पारेख ने धर्मेंद्र की 90वीं एनिवर्सरी के मौके पर किया और बताया कि कैसे दोनों एक-दूसरे को देखकर डर गए थे.
जैसा कि आप जानते हैं कि आशा पारेख की ऑटोबायोग्राफी का नाम हिट गर्ल है. वह नाम उनके करियर पर फिट बैठता है. उन्होंने राजेश खन्ना, धर्मेंद्र, देव आनंद और शम्मी कपूर जैसे सुपरस्टार्स के साथ कई कमर्शियल हिट फिल्में दीं, जो उस दौर के सुपरस्टार कहे जाते थे. वहीं सभी को पता है कि राजेश खन्ना से महिलाएं ऑब्सेस्ड रहती थीं. वहीं कई बार शूट कैंसिल भी हो जाते थे. लेकिन एक्ट्रेस ने बताया कि धर्मेंद्र के साथ भी कुछ ऐसा ही था क्योंकि फीमेल फैंस उनके आसपास रहती थीं.
आशा पारेख ने याद किया, लड़कियां उनके लिए क्रेजी थीं. धर्मेंद्र जी, देव आनंद, राजेश खन्ना वह तीन लोग थे, जिनके आसपास भीड़ रहती थी. वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या धर्मेंद्र फीमेल अटेंशन मिलने पर नर्वस हो जाते थे तो उन्होंने कहा, हां. वह बहुत शर्म महसूस करते थे. धर्मेंद्र जी बहुत मासूम थे. लेकिन उनमें एक नॉटी साइड भी थी.
उन्होंने ऑनस्क्रीन रोमांस को लेकर प्रोड्यूसर की चिंता को बताते हुए एक किस्सा बताया. आशा पारेख ने कहा, मुझे याद है जब हम पहली बार मिले तो धर्मेंद्र मुझसे डर गए थे और मैं उनसे डर गई थी. तो रोमांटिक सीन करना मुश्किल हो गया था. हम दार्जिलिंग में थे और सुबह प्रोड्यूसर ने कहा, क्या मैं तुम्हारे साथ आ सकता हूं आशा? हम लोकेशन पर जा रहे हैं. मैंने कहा, जी हां. वह आए और जीप में बैठ गए. और कहा, मैं बहुत परेशान हूं. तुम दोनों जैसे बिहेव कर रहे है. एक दाएं जाता है तो दूसरा बाएं. हम शूट कैसे करेंगे?
आगे मैंने कहा, लेकिन मैंने तो कुछ ऐसा नहीं किया. आप मुझे क्यों ऐसा कह रहे हैं. ? तो उन्होंने कहा, लेकिन यह बहुत अजीब सिचुएशन है क्योंकि एक महीने का शूट है और आप ऐसे बिहेव करेंगे तो यह बहुत बुरा होगा. हालांकि एक्ट्रेस ने बताया कि उन्होंने प्रोड्यूसर को भरोसा दिलाया कि सब ठीक हो जाएगा और कैमरा जैसे ही ऑन हुआ. वह लवी डवी कपल बन गए.