मुंबई में चल रहे फिक्की फ्रेम्स के 25वें एडिशन में इस बार सिनेमा और उसके भविष्य पर चर्चा छाई रही. पहले ही सत्र में अभिनेता अक्षय कुमार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस से न केवल हल्के-फुल्के सवाल पूछे, बल्कि मुंबई की फिल्म सिटी का मुद्दा भी उठाया. अक्षय ने कहा कि जुहू से कोलाबा तक का सफर अब महज 35 मिनट का रह गया है, मुंबई में बहुत कुछ बदला है, और अब वक्त है कि फिल्म सिटी को भी नया रूप दिया जाए. उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध करते हुए कहा, "सर, गोरेगांव की हमारी फिल्म सिटी करीब साढ़े 500 एकड़ में फैली है. जिस तरह आपने मुंबई को बदला है, वैसा ही कुछ फिल्म सिटी के लिए भी करें".
अक्षय के इस सवाल पर मुख्यमंत्री फडनवीस ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "आपने बहुत सही मुद्दा उठाया है. 2014 से 2019 के बीच मेरी इच्छा थी कि फिल्म सिटी को एक जीवंत, अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म इकोसिस्टम में बदला जाए. हमने इसके लिए प्लानिंग और डिज़ाइनिंग भी की थी, लेकिन कुछ कारणों से वह काम पूरा नहीं हो सका. अब हमने तय किया है कि आने वाले वर्षों में हम इस फिल्म सिटी को वर्ल्ड क्लास बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाएंगे".
फडनवीस ने आगे बताया कि फिल्म सिटी में जल्द ही इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव टेक्नॉलॉजी (IICT) स्थापित होने जा रहा है, जो आधुनिक फिल्ममेकिंग और नई तकनीक जैसे VFX, पोस्ट-प्रोडक्शन और डिजिटल एडिटिंग से जुड़ा होगा. उन्होंने कहा कि आज का सिनेमा बदल चुका है- ग्रीन स्क्रीन और विज़ुअल इफेक्ट्स ने फिल्म निर्माण की परिभाषा ही बदल दी है. उन्होंने कहा- "हमें इस बदलाव के अनुरूप एक ऐसा इकोसिस्टम बनाना होगा जो कलाकारों, तकनीशियनों और कंटेंट क्रिएटर्स सभी को सुविधा दे सके".
मुख्यमंत्री ने यह भी माना कि मुंबई के बाहर मीरा-भायंदर जैसे इलाकों में नए स्टूडियो तेजी से विकसित हुए हैं क्योंकि वहां शूटिंग की मांग बढ़ी है, लेकिन फिल्म सिटी जैसी जगह की मूल सुविधाएं अब तक अपग्रेड नहीं हो पाईं. उन्होंने कहा, "हम यह सुनिश्चित करेंगे कि फिल्म सिटी को पूरी तरह से ट्रांसफॉर्म किया जाए ताकि आने वाले सालों में यह देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के फ़िल्म उद्योग में अपनी पहचान फिर से बनाए".
फिल्म नगरी मुंबई दुनियाभर में भारतीय सिनेमा की धड़कन मानी जाती है. यहां की फिल्म सिटी न केवल फिल्म निर्माण का केंद्र है, बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का बड़ा स्थल है. बदलते समय के साथ यहां भी आधुनिक तकनीक और अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं की जरूरत महसूस की जा रही है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस का यह बयान फिल्म जगत के लोगों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है- एक ऐसी मुंबई फिल्म सिटी की, जो भविष्य में वाकई 'वर्ल्ड क्लास' कहलाने लायक हो.