देवानंद का दौर ऐसा रहा है कि वो जिस फिल्म में नजर आते थे उसके देखने के लिए फैन्स सिनेमा घरों में टूट पड़ते थे. खासतौर से फीमेल फैन्स तो उनकी इस कदर दीवानी थीं कि उनकी एक झलक देखने को बेताब रहती थीं. जमाना देवानंद का दीवाना और देवानंद एक एक्ट्रेस के इस कदर दीवाने थे कि उनके लिए सब कुछ कुर्बान करने को तैयार थे. ये एक्ट्रेस थीं सुरैया. जो बॉलीवुड में देवानंद का पहला प्यार थीं. ये बात भी किसी से छिपी नहीं है कि देवानंद और सुरैया की लव स्टोरी में सुरैया की नानी ही सबसे बड़ी विलेन थीं. जिनकी वजह से दोनों कभी एक नहीं हो सके थे. लेकिन एक वाकया ऐसा भी है जब देवानंद ने ऐसा मुंहतोड़ जवाब दिया कि विलेन नानी की बोलती बंद हो गई थी.
नानी की जिद
ये बात साल 1950 की है. जब देवानंद के भाई चेतन आनंद अफसर नाम की मूवी बना रहे थे. देवानंद की इच्छा थी कि इस फिल्म की हीरोइन सुरैया ही हों. खुद सुरैया भी चेतन आनंद को इंकार नहीं करना चाहती थीं. लेकिन उनकी नानी ने साफ कह दिया था कि सुरैया देवानंद के साथ कोई फिल्म नहीं करेंगी. ऐसे हालात के बीच देवानंद सुरैया के लिए फिल्म का ऑफर लेकर उनके घर गए. सुरैया की नानी ही उस समय सुरैया का काम संभालती थीं. आईएमडीबी ट्रिविया के मुताबिक नानी ने मार्केट रेट से ज्यादा फीस मांग ली. ताकि, देवानंद इंकार कर दें. लेकिन देवानंद भी पक्का इरादा करके ही पहुंचे थे. वो ज्यादा फीस देने के लिए तैयार हो गए और नानी सुरैया को फिल्म करने से रोक नहीं पाईं.
नहीं चली फिल्म
देवानंद ने सुरैया को ज्यादा फीस तो दे दी लेकिन फिल्म दर्शकों को खास पसंद नहीं आई. फिल्म के बाद दोबारा देवानंद को सुरैया के साथ काम करने का मौका भी नहीं मिला. उनकी मोहब्बत भी अधूरी रह गई. इस फिल्म के बाद सुरैया का सितारा भी डूबने लगा और नई एक्ट्रेस उनकी जगह लेती चली गईं.