स्टाइल के मामले में अपने वक्त से दो कदम आगे. सिर पर तिरछी टोपी, आंखों में भरे खुशनुमा से रंग और स्माइल ऐसी की जिधर नजर घुमा कर मुस्कुरा दें, वहां हसीनाओं के दिल कत्ल कर जाएं. ये स्टार थे देव आनंद, जिन्हें उनकी जिंदादिली की बदौलत एवरग्रीन स्टार का नाम मिला. देव आनंद अपनी दमदार एक्टिंग के लिए तो जाने जाते ही रहे, अपने लुक्स अपने स्टाइल के लिए भी उन्हें याद किया जाता है, जिसका आज भी कोई तोड़ नहीं हैं. उनकी अदाओं पर उस वक्त भी लाखों हसीनाएं फिदा थीं. पर क्या आप जानते हैं देव आनंद की असल दोस्त कोई खूबसूरत युवती नहीं बल्कि एक खंभा हुआ करता था.
खंभे से थी देव आनंद की यारी
ये किस्सा उन दिनों का है जब देव आनंद कॉलेज में पढ़ा करते थे. देव आनंद का जन्म पाकिस्तान में 26 सितंबर 1923 को हुआ था. उनके जन्म से लेकर कॉलेज की पढ़ाई तक का समय पाकिस्तान में ही बीता. ये किस्सा उन दिनों का है जब देव आनंद लाहौर के सरकारी कॉलेज में पढ़ते थे. उस कॉलेज में एक खास खंभा यानी कि पिलर हुआ करता था, जिससे देव आनंद खाली वक्त में खूब बातें करते थे. उसी पिलर से टिक कर दोस्तों के साथ भी वक्त गुजारा. कई सालों बाद जब उन्हें पाकिस्तान वापस जाने का मौका मिला और अपने कॉलेज को देखने का मौका मिला, तब उस पिलर को देखकर देव साहब खूब रोए और पुराने दिनों को याद किया.
हाथ से लिखते थे फैन्स को खत
देव आनंद की फैन फॉलोइंग भी जबरदस्त थी, जिसमें युवतियां तो शामिल थी हीं, बहुत से मेल फैन्स भी हुआ करते थे. देव आनंद की खास बात ये थी कि वो अपने सभी फैन्स का खूब ख्याल रखते थे और कोशिश करते थे कि ज्यादा से ज्यादा फैन्स को खुद अपने हाथों से पत्र लिख कर जवाब दे सकें. उस दौर में अपने बिजी समय से टाइम निकालकर फैन्स को खत लिखने वाले इकलौते स्टार देव आनंद ही हुआ करते थे.