24 बॉलीवुड फिल्मों में बजा एक ही म्यूजिक, इस फिल्म के टाइटल ट्रैक ने 22 साल तक किया इंडस्ट्री पर राज...पता है नाम?

बॉलीवुड में ऐसे कई म्यूजिक पीस हैं जो लोगों के दिलों में आज भी बसते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हिंदी सिनेमा की 24 फिल्मों में एक ही टाइटल म्यूजिक इस्तेमाल हुआ था? यह सुनकर यकीन करना मुश्किल है.

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24 फिल्मों में बजाया गया इस फिल्म का म्यूजिक
नई दिल्ली:

फिल्मों की पहचान अक्सर उनके गानों और बैकग्राउंड स्कोर से होती है. कई बार किसी फिल्म की याद सिर्फ उसके म्यूजिक से ताजा हो जाती है. बॉलीवुड में ऐसे कई म्यूजिक पीस हैं जो लोगों के दिलों में आज भी बसते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हिंदी सिनेमा की 24 फिल्मों में एक ही टाइटल म्यूजिक इस्तेमाल हुआ था? यह सुनकर यकीन करना मुश्किल है, लेकिन 22 साल तक एक ही बैकग्राउंड म्यूजिक बार-बार फिल्मों में गूंजता रहा. हैरानी की बात यह है कि हर फिल्म में म्यूजिक डायरेक्टर अलग थे, लेकिन टाइटल ट्रैक वही रखा गया जो पहली बार जनता को दीवार फिल्म में सुनाई दिया था.

1975 में रिलीज हुई दीवार न सिर्फ अमिताभ बच्चन और शशि कपूर की जिंदगी की सबसे बड़ी फिल्मों में शामिल हुई, बल्कि इस फिल्म का म्यूजिक भी उतना ही यादगार बना. यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित और सलीम-जावेद द्वारा लिखी यह फिल्म अपने दमदार संवाद, शक्तिशाली किरदार और बैकग्राउंड म्यूजिक के कारण आज भी बॉलीवुड इतिहास का हिस्सा है. फिल्म का संगीत बनाने का जिम्मा था आर.डी. बर्मन के पास, जिन्होंने इसे एक अलग ही ऊंचाई पर पहुंचा दिया.

दिलचस्प यह है कि दीवार का टाइटल ट्रैक म्यूजिक पहली बार इसकी रिलीज से भी पहले यानी 1973 में आई देव आनंद की फिल्म जोशीला में सुनाई दिया था. यश चोपड़ा के निर्देशन और आर.डी. बर्मन के संगीत के साथ यह म्यूजिक लोगों के दिलों को छू गया. लेकिन असल पहचान इसे दीवार ने दिलाई, जिसके बाद यह म्यूजिक कई फिल्मों की पहचान बन गया. 1973 से 1994 के बीच- उजाला ही उजाला, अतिथि, कानून का शिकार, चोर के घर चोर, भूख, मेहरबानी, हमारा संसार, कशिश, राख और चिंगारी, बहुरानी, हीरालाल पन्नालाल, याराना, गंगा मेरी मां, झूठी शान, दानवीर, गोपाला, जैसी फिल्मों में यह म्यूजिक जस का तस इस्तेमाल किया गया.

1981 की फिल्म याराना में, जहां राजेश रोशन म्यूजिक डायरेक्टर थे, वहीं ओपनिंग क्रेडिट में बजता संगीत पूरी तरह दीवार का था. इसी तरह 1983 की गंगा मेरी मां, जिसका संगीत भी आर.डी. बर्मन ने दिया था, उसके टाइटल में वही म्यूजिक दोहराया गया. 1994 की गोपाला, जिसके संगीतकार अनु मलिक थे, बॉक्स ऑफिस पर भले फ्लॉप रही, लेकिन इसका टाइटल म्यूजिक एक बार फिर दीवार से ही लिया गया था. हिंदी सिनेमा के इतिहास में ऐसा नजारा दोबारा शायद ही देखने को मिले कि एक ही बैकग्राउंड स्कोर 24 फिल्मों में इस्तेमाल हुआ हो और हर बार दर्शकों पर उतना ही असर छोड़े. 

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