रोमांटिक हिंदी फिल्मों की बात करें तो डीडीएलजे का जिक्र जरूर आता है. ये एक ऐसी फिल्म है जो 90 के दशक के दर्शकों के लिए एक क्लासिक रोमांस सागा थी. इस फिल्म के गाने, डायलॉग, सीन, कॉस्ट्यूम हर एक चीज और डिटेल फैन्स को अच्छी तरह याद है. फैन्स का प्यार ही था कि शाहरुख और काजोल की जोड़ी की ये फिल्म थियेटर्स में जब एक बार रिलीज हुई तो दोबारा उतरने का नाम नहीं लिया. आप ही सोचिए आज जहां एक फिल्म दो हफ्ते में ही थियेटर्स में हांफ जाती है वहीं डीडीएलजे मराठा मंदिर थियेटर में 20 साल से ज्यादा समय तक टिकी रही. फिल्म लगी रही तो साफ है कि इस आदित्य चोपड़ा की रोमांटिक क्लासिक को कभी दर्शकों की कमी नहीं हुई.
शाहरुख नहीं थे पहली पसंद!
आज आप शाहरुख खान के बिना इस फिल्म को इमैजिन नहीं कर सकते लेकिन इस फिल्म की बागडोर आदित्य चोपड़ा शाहरुख नहीं बल्कि किसी विदेशी हीरो को देना चाहते थे. जी है आदित्य ने इस किरदार के लिए टॉम क्रूज को अप्रोच किया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म डायरेक्टर आदित्य चोपड़ा चाहते थे कि ये फिल्म इंडो-अमेरिकन प्रोजेक्ट हो. इसलिए वो टॉम क्रूज (Tom Cruise) को इसका हिस्सा बनाना चाहते थे. वह फिल्म की कहानी कुछ ऐसी चाहते थे कि विदेशी लड़का अपने प्यार को पाने के लिए पंजाब पहुंचता है. लेकिन टॉम क्रूज की फीस इतनी ज्यादा थी कि उन्हें अपना मन बदलना पड़ा.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टॉम क्रूज ने फिल्म के लिए करीब 8 मिलियन डॉलर की फीस मांगी थी जो शाहरुख खान की फीस से करीब 2.5 गुना ज्यादा थी. यह फीस उस समय फिल्म के 28 करोड़ के बजट का करीब 90% थी. बताया जाता है कि टॉम क्रूज के फीस को सुनने के बाद यश चोपड़ा ने फिल्म की कहानी फिर से लिखने को कहा और इसके लिए शाहरुख-काजोल को फाइनल किया.