जरा इस तस्वीर को देखिए. ये है नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD), क्लास ऑफ 1994 की ग्रुप फोटो. इसमें पूरे 20 चेहरे नजर आ रहे हैं. हर चेहरा अपने सपनों के साथ थिएटर और एक्टिंग की दुनिया से निकलकर फिल्मी दुनिया में कदम रखने की तैयारी कर रहा था. लेकिन इन्हीं चेहरों में एक ऐसा चेहरा ऐसा भी था, जो कुछ साल बाद पूरे बॉलीवुड का सबसे डरावना विलेन बनने वाला था. आपको बता दें कि ये बॉलीवुड का वो खलनायक है जिसने कुछ साल बाद पहली ही फिल्म में गब्बर को टक्कर दी. क्या आप पहचान पाए बॉलीवुड के इस खूंखार विलेन को.
पहचानिए कौन है ये विलेन
अगर लाख कोशिशें के बावजूद 20 चेहरे में छिपे इस चेहरे को आप पहचान नहीं पा रहे हैं तो आपको बता दें कि 20 चेहरों में से एक चेहरा वही है, जो चाइना गेट का डरावना ‘जगीरा' बना था. सही पहचाना आपने- ये चेहरा है मुकेश तिवारी का. सागर, मध्य प्रदेश में जन्मे मुकेश ने अपनी एक्टिंग की शुरुआत NSD से की और फिर पहली ही फिल्म से ऐसा खौफ छोड़ा कि दर्शकों ने उन्हें हमेशा के लिए याद कर लिया.
शोले के गब्बर की तरह छा गया था खौफ
बॉलीवुड के इतिहास में 'शोले' का गब्बर सिंह एक ऐसा नाम है, जिसे लोग आज भी नहीं भूल पाए हैं. लेकिन 90 के दशक के आखिर में एक और विलेन ने पर्दे पर कदम रखा और दर्शकों को गब्बर की याद दिला दी. 27 नवंबर 1998 को रिलीज हुई फिल्म चाइना गेट में जब ये नया डाकू दर्शकों के सामने आया, तो लोग सिहर उठे. 15 से ज्यादा सितारों से भरी इस फिल्म में उसकी दहशत सबसे भारी पड़ी.
50 दिन तक नहाना छोड़ दिया था
चाइना गेट की कहानी में जिस तरह पूरा गांव उस डाकू से थरथराता था, वही असर असल जिंदगी में भी देखने को मिला. रोल को असली बनाने के लिए मुकेश ने किसी भी हद तक जाने से परहेज नहीं किया. उन्होंने करीब 50 दिन तक नहाना छोड़ दिया, दाढ़ी नहीं बनाई और बाल नहीं कटवाए. सेट पर चील-कौवे मंडराने लगे तो लोग सच में डरने लगे. बदबू से बचने के लिए वो परफ्यूम का इस्तेमाल करते थे.
दोस्त की मदद से पहुंचे मुंबई
दिलचस्प बात ये है कि जब चाइना गेट का ऑफर मुकेश को मिला तो उनके पास मुंबई आने के पैसे तक नहीं थे. उस वक्त एक दोस्त ने उनका हाथ थामा और मदद की. किसे पता था कि यही मदद उन्हें एक ऐसा किरदार दिलाएगी, जो उन्हें हमेशा के लिए बॉलीवुड के सबसे दमदार विलेन की लिस्ट में शामिल कर देगा.