मंसूर खान (Mansoor Khan ) की निर्देशन में बनी फिल्म कयामत से कयामत (Qayamat se Qayamat Tak ) तक सबसे अधिक देखी गई फिल्म है. यह फिल्म में 1988 में बनी थी और इस फिल्म में जूही चावला (Juhi Chawla) और आमिर खान (Aamir Khan) लीड रोल में थे. फिल्म में एक्टर दलीप ताहिल (Dalip Tahil ) आमिर के डैड के रोल में थे. हालांकि यह बात कम ही लोगों को पता होगी कि जब उन्होंने यह फिल्म की थी, तब वह सिर्फ 31 साल के थे. दलीप ताहिल ने टाइम्स ऑफ इंडिया को एक इंटरव्यू में बताया कि टीवी शो बुनियाद के बाद कयामत से कयामत तक का रोल उन्हें मिला. उन्होंने बताया किक नासिर हुसैन फिल्म में आमिर के पिता के उनके रोल को लेकर पक्के थे.
उन्होंने याद करते हुए बताया कि जब उन्होंने नासिर हुसैन से उन्होंने पूछा कि वह उन्हें इस रोल के लिए कैसे परफेक्ट मानते हैं, तो उन्होंने जवाब दिया कि उन्होंने बुनियाद में ताहिल का काम देखा है. उन्हें यकीन था कि वह इस रोल क लिए परफेक्ट हैं. दलीप ने कहा कि इस रोल को उनसे पहले कई बड़े एक्टर्स ने ठुकरा दिया था.
हालांकि जब उन्होंने फिल्म साइन की तो उम्र के बारे में नहीं सोचा. तब वह सिर्फ 31 साल के थे. उन्होंने कहा, 'मैं उस वक्त खुद भी पिता नहीं बना था, जब मैंने आमिर खान के पिता का रोल किया तो मेरी शादी भी नहीं हुई थी.' दलीप ने आगे कहा कि शुरू में कयामत से कयामत तक में संजीव कुमार और शम्मी कपूर को कास्ट होना था और नासिर हुसैन निर्देशन करने वाले थे.
हालांकि, उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उन्हें सलाह दी गई फिल्म निर्माण का दबाव ना लें. फिर मंसूर खान ने फिल्म निर्देशक की जिम्मेदारी ली. तब मंसूर खान ने संजीव कुमार और शम्मी कपूर जैसे दिग्गजों के साथ काम करने से साफ इनकार कर दिया. दलीप ताहिल ने 18 साल की उम्र में श्याम बेनेगल की फिल्म अंकुर से करियर की शुरूआत की थी. अपने पांच दशकों के करियर में वह कई बेहतरीन फिल्मों का हिस्सा रहे हैं.