जिस चांद पर लिखी है ढेरों शायरी, आज खुल जाएंगे उसके सारे राज- पढ़ें कुछ चुनिंदा शेर

'चंद्रयान 3' को लेकर पूरी दुनिया में सरगर्मियां हैं. आज चांद के उस हिस्से के कई रहस्य सामने आ सकते हैं जो अभी तक अज्ञात रहे हैं. इसी चांद पर कुछ चुनिंदा शायरी पेश है.

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चांद पर मशहूर शायरी
नई दिल्ली:

भारत का चंद्रयान 3 मिशन सुर्खियों में है. दुनियाभर में इसकी चर्चा है. भारतीय स्‍पेस एजेंसी इसरो (इसरो) ने बताया है कि सभी सिस्टम नॉर्मल हैं. विक्रम लैंडर के तय पॉइंट पर पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है.  शाम लगभग 5:44 बजे जैसे ही विक्रम लैंडर सही पोजिशन पर आएगा, इंजनों को एक्टिवेट कर दिया जाएगा. चंद्रयान-3 मिशन को शाम 5:20 मिनट से लाइव देखा जा सकेगा. चंद्रयान चांद पर उतरेगा, उसी चांद पर जो शायरों का पसंदीदा रहा है. किसी को चांद में अपना महबूब दिखा है  तो किसी को चांद में अपना दर्द नजर आता है. चांद से जुड़े कई रहस्यों को चंद्रयान 3 दुनिया के सामने पेश करने जा रहा है. बॉलीवुड के मशहूर शायर गुलजार का पसंदीदा विषय चांद ही है. इस मौके पर हम चांद से जुड़ी कुछ चुनिंदा शायरी आपके लिए लेकर आए हैं. 

शाम के साए बालिश्तों से नापे हैं 
चाँद ने कितनी देर लगा दी आने में 
गुलजार

इतने घने बादल के पीछे 
कितना तन्हा होगा चाँद 
परवीन शाकिर

वो चांद कह के गया था कि आज निकलेगा 
तो इंतिजार में बैठा हुआ हूँ शाम से मैं 
फरहत एहसास

रात के शायद एक बजे हैं 
सोता होगा मेरा चाँद 
परवीन शाकिर

वो रातें चाँद के साथ गईं वो बातें चाँद के साथ गईं 
अब सुख के सपने क्या देखें जब दुख का सूरज सर पर हो 
इब्न-ए-इंशा

चाँद का हुस्न भी ज़मीन से है 
चाँद पर चाँदनी नहीं होती 
इब्न-ए-सफ़ी

तुम जिसे चाँद कहते हो वो अस्ल में 
आसमाँ के बदन पर कोई घाव है 
त्रिपुरारि 

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