आने वाली फिल्म छावा में विवादित लेजियम सीक्वेंस को हटाने के बाद सीबीएफसी ने लक्ष्मण उटेकर निर्देशित इस फिल्म में कई बदलाव बताए हैं क्योंकि यह 14 फरवरी को रिलीज होने वाली है. दर्शकों की भावनाओं को ठेस न पहुंचे इसके लिए कुछ शब्दों को बदलने से लेकर इतिहास को नीचा दिखाने वाले सीक्वेंस को हटाने तक, सेंसर बोर्ड ने बाद में किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है. बॉलीवुड हंगामा की एक रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म को सीबीएफसी ने यू/ए 16+ सर्टिफिकेट दिया गया है. बोर्ड ने मेकर्स से वह सीन भी हटाने को कहा है जिसमें मराठा योद्धाओं को साड़ी पहने दिखाया गया है.
इसके अलावा, 'मुगल सल्तनत का जहर' डायलॉग को 'उस समय, कई शासक और सल्तनत खुद को जिंदा रखने की कोशिश कर रहे थे' से बदल दिया गया है. इसके अलावा, 'खून तो आखिर मुगलों का ही है' को बदलकर 'खून तो है औरंग का ही' कर दिया गया. 'हरामजादों' और 'हरामजादा' जैसे कुछ शब्दों को म्यूट कर दिया गया जबकि 'आमीन' को 'जय भवानी' से बदल दिया गया.
छावा में विवादित लेजियम सीन
छावा में विक्की कौशल छत्रपति संभाजी महाराज और रश्मिका मंदाना महारानी येसुबाई के किरदार में हैं. बता दें कि फिल्म के ट्रेलर में एक सीन दिखाया गया था जिसमें कौशल और मंदाना महाराष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत से जुड़े पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र 'लेजियम' के साथ नाचते हैं. इसके खिलाफ विरोध के बाद फिल्म के निर्देशक ने इसे हटा दिया.
विक्की कौशल ने लेजियम सीन का बचाव किया
विक्की कौशल ने कहा, "एक भी दिन ऐसा नहीं बीता जब हमने शिवगर्जना (छत्रपति शिवाजी महाराज के साहस के बारे में नारे) के बिना फिल्म पर काम शुरू न किया हो. लेजियम वाला हिस्सा (फिल्म में) सिर्फ 20-30 सेकंड के लिए था. यह सिर्फ कहानी का हिस्सा नहीं था बल्कि यह हमारी संस्कृति को दुनिया भर में ले जाने की एक कोशिश थी.”
“संभाजी महाराज लोगों के राजा थे और अगर कोई उनसे उनके साथ (लेजियम) खेलने के लिए कहता, तो राजा निश्चित रूप से ऐसा करते. लेकिन अगर उनके अनुयायियों को लगता है कि यह थोड़ा अलग है... यह फिल्म की कहानी के लिए अहम नहीं है, इसलिए हमने इसे हटा दिया है.” उन्होंने कहा.
छावा की बात करें तो इस फिल्म में अक्षय खन्ना भी हैं. यह एक पीरियड ड्रामा है जो छत्रपति संभाजी महाराज की पौराणिक कहानी को दर्शाती है. यह साहसी मराठा शासक के शानदार शासनकाल को दर्शाने के लिए तैयार है, जिसकी शुरुआत 1681 में उनके राज्याभिषेक से होती है. यह फिल्म 14 फरवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है.