कहते हैं कि बॉलीवुड को नगरी है जहां मेहनत के साथ साथ किस्मत का भी सिक्का चलता है. यहां हर दौर में बड़े बड़े सुपरस्टार आए हैं और फलक पर अपनी रौशनी बिखेर कर गायब हो गए हैं. लेकिन एक सितारा ऐसा है जो सालों से बॉलीवुड के पटल पर अपनी चमक बिखेर रहा है. इस सुपरस्टार ने बॉलीवुड में सफलता का ऐसा अध्याय लिखा है जिसे कोई नहीं लिख पाया है. कई सारी फ्लॉप फिल्मों और रिजेक्शन के बाद आखिरकार इसे जब सफलता मिली तो इसने फिल्म इंडस्ट्री का नक्शा ही बदल डाला.
ढेरों सुपरहिट देने के साथ साथ इसकी हिम्मत और काबिलियत की आज लोग दाद देते हैं क्योंकि वे अब तक काम कर रहे हैं. जी हां, बात हो रही है बॉलीवुड के महानायक और एंग्री यंग मैन अमिताभ बच्चन की. अमिताभ की सफलता को सभी लोग देखते हैं लेकिन उन्होंने किन मुश्किलों से खुद को हर बार निकाल कर वापस सफलता पाई, लोग ये नहीं देख पाते हैं. चलिए आज जानते हैं कि कई फ्लॉप देने के बाद अमिताभ को एक हिट फिल्म कैसे मिली. इस फिल्म की हीरोइन ही असल जिंदगी में उनकी पत्नी बनीं.
दर्जनों फिल्में पिट गई
पहली फिल्म के तौर पर अमिताभ बच्चन को सात हिंदुस्तानी फिल्म मिली. ये फिल्म अमिताभ को कॉमेडियन महमूद के भाई अनवर के कहने पर मिली थी. हालांकि फिल्म कामयाब नहीं हो पाई. लेकिन इसके बाद उनको रेशमा और शेरा मिली जिसमें उन्होंने गूंगे का रोल किया. लेकिन अमिताभ को असल कामयाबी नहीं मिल पा रही थी. 1963 से लेकर 1973 तक,अमिताभ करीब एक दर्जन फिल्में कर चुके थे लेकिन एक भी फिल्म हिट नहीं हो पाई थी. उनको किसी लीड रोल की तलाश थी जो पूरी नहीं हो पा रही थी. उस वक्त फिल्म मेकर्स भी उनको देखकर कन्नी काट लिया करते थे क्योंकि वो चलने लायक हीरो नहीं थे. उस वक्त उन पर मनहूस का ठप्पा लगने लगा था. लेकिन अमिताभ ने हिम्मत नहीं हारी.
जंजीर ने बदल दी किस्मत
प्रकाश मेहरा 1973 में जंजीर के लिए हीरो खोज रहे थे. इस फिल्म के लिए प्राण साहब पहले ही फाइनल हो चुके थे. मेहरा जब हीरो की तलाश करते करते परेशान हो गए तो प्राण साहब ने कहा कि एक बार अमिताभ बच्चन से बात करके देखा जाए. भले ही उनकी फिल्म फ्लॉप हो रही हों लेकिन वो एक्टिंग दमदार करते हैं. पहले तो मेहरा ने साफ मना कर दिया लेकिन प्राण साहब ने कहा कि एक बार अमिताभ की फिल्में देखें और फिर तय करें. इसके बाद अमिताभ को फिल्म दी गई. उनके साथ जया भादुड़ी की जोड़ी बनी और डॉयलाग थे सलीम जावेद के.
आख़िरकार फिल्म बनकर तैयार हुई लेकिन इसकी रिलीज में भी काफी दिक्कतें आई क्योंकि डिस्ट्रीब्यूटर अमिताभ जैसे फ्लॉप हीरो पर पैसे लगाने को तैयार नहीं थे. काफी मेहनत के बाद फिल्म रिलीज हुई और इसके साथ ही बदल गई अमिताभ बच्चन की किस्मत. इस फिल्म ने अमिताभ को स्टार बना दिया. अमिताभ बच्चन ने जंजीर के साथ साथ दूसरी फिल्मों में भी जया भादुड़ी के साथ काम किया और जया ही उनकी जीवनसाथी बनीं. जंजीर में जया चाकू छुरिया तेज करने वाली लड़की थी तो अमिताभ तेज तर्रार पुलिस इंस्पेक्टर. इन दोनों की जोड़ी ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था.