'बंटी और बबली 2' की एक्ट्रेस शरवरी वाघ करना चाहती हैं माइथोलॉजिकल फिल्म, बोलीं- हर साल भाई के साथ राम लीला देखने जाती थी

बंटी और बबली 2’ की एक्ट्रेस शरवरी वाघ ने फैन्स से अपने दिल की बात शेयर की है. शरवरी वाघ ने बताया है कि उन्हें माइथोलॉजिकल बुक्स पढ़ना बेहद पसंद है, और वह एक माइथोलॉजिकल फिल्म करना चाहती हैं.

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'बंटी और बबली 2' की एक्ट्रेस शरवरी वाघ ने जताई यह इच्छा
नई दिल्ली:

‘बंटी और बबली 2' की एक्ट्रेस शरवरी वाघ ने फैन्स से अपने दिल की बात शेयर की है. शरवरी वाघ ने बताया है कि उन्हें माइथोलॉजिकल बुक्स पढ़ना बेहद पसंद है, उन्होंने भागवत गीता के अलावा महाभारत और रामायण के कई अनुवाद और व्याख्याएं भी पढ़ी हैं. इस तरह वह माइथोलॉजी पर आधारित फिल्म करना चाहती हैं. माइथोलॉजी के प्रति अपने लगाव के बारे में बताते हुए शरवरी कहती हैं, ‘मैं भारतीय पौराणिक कथाओं से जुड़ी कहानियां सुनते और पढ़ते हुए बड़ी हुई हूं. मैं हर साल अपने भाई के साथ राम लीला देखने जाती थी. मेरे पिता रोज रात को 20 मिनट तक महाभारत का एक प्रसंग सुनाया करते थे. महाभारत की कथा खत्म होने तक यह सिलसिला सालों तक चलता रहा. इस तरह, जब मैंने आखिरकार किताबें पढ़नी शुरू कीं, तो मेरी पहली किताब माइथोलॉजी पर आधारित थी. निश्चित रूप से अब मैंने रामायण और महाभारत की हर व्याख्या को पढ़ लिया है. इसके साथ ही मैंने भारत की अन्य पौराणिक कथाओं पर कई किताबें पढ़ी हैं. अगर मुझे कभी किसी माइथोलॉजी फिल्म में कास्ट किया जाता है तो यह मेरे लिए किसी  सपने जैसा होगा क्योंकि जब उस टॉपिक की बात आती है तो मैं कंप्लीट गीक हूं.' 

शरवरी वाघ आगे कहती हैं, ‘मेरा मानना है कि पौराणिक कथाओं में महिलाओं को उस युग में जिस तरह पेश किया गया है, मैं एक ऐसा ही किरदार निभाना चाहती हूं, जिसमें इस तरह का विरोधाभास हो लेकिन पॉवरफुल शेड्स मौजूद हों. जब मैं किताबें पढ़ती, तो मुझे हमेशा आश्चर्य होता कि इस तरह की दुनिया में प्यार क्या हो सकता है. लेकिन एक एक्टर के तौर पर,  हमें वास्तव में अलग-अलग युगों या जादुई दुनिया के किरदारों को जीने का अवसर मिलता है. भविष्य में मैं निश्चित रूप से एक बिग स्केल माइथोलॉजिकल फिल्म करने जा रही हूं.'

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