बॉलीवुड में कॉमेडी फिल्म से है इन अभिनेताओं की पहचान, आज भी बच्चे-बच्चे की जुबान पर हैं इनके डायलॉग

कई कलाकार ऐसे हैं जो भले ही फिल्म के नायक न हों, लेकिन बात जब कॉमेडी की हो इनका जिक्र आ ही जाता है. इनके कुछ रोल तो इतने पॉपुलर हुए हैं कि उस किरदार की स्टाइल आम बोलचाल में भी कॉपी की जाती है और कई किरदारों के डायलॉग्स भी लोगों की जुबां पर है.

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ये हैं बॉलीवुड के कॉमेडियन
नई दिल्ली:

कॉमेडी और कॉमेडियन बॉलीवुड की फिल्मों का काफी अहम् हिस्सा होता है. अब तो ज्यादातर सुपरस्टार्स भी कॉमेडी में हाथ आजमाकर दर्शकों को हंसा रहे हैं. अमिताभ बच्चन से लेकर अक्षय कुमार, आमिर खान, संजय दत्त, अजय देवगन भी कॉमेडी फिल्में कर अपनी पहचान बनाते रहे हैं. वहीं कई कलाकार ऐसे हैं जो भले ही फिल्म के नायक न हों, लेकिन बात जब कॉमेडी की हो इनका जिक्र आ ही जाता है. इनके कुछ रोल तो इतने पॉपुलर हुए हैं कि उस किरदार की स्टाइल आम बोलचाल में भी कॉपी की जाती है और कई किरदारों के डायलॉग्स भी लोगों की जुबां पर है. आईये जानते हैं ऐसे कलाकारों और उनके निभाए किरदारों के बारे में

परेश रावल

इसमें कोई शक नहीं की परेश रावल एक दिग्गज अभिनेता हैं जो हर तरह की भूमिकाएं बखूबी निभाते हैं, लेकिन कॉमेडी में उन्हें दर्शकों ने बहुत ज्यादा पसंद किया है. हेरा फेरी का बाबूराव गणपतराव आप्टे हो या चाची 420 का हरिभाऊ हो. परेश रावल की कॉमिक टाइमिंग गजब की है. बाबूराव आप्टे वाला उनका किरदार तो इतना पॉपुलर हुआ की उनका डायलॉग- "ये बाबूराव का स्टाइल है.." आज भी लोगों की जुबां पर आ ही जाता है.

राजपाल यादव

फिल्म पार्टनर का छोटा डॉन हो, भूल भुलैया का लाल हनुमान हो, मालामाल वीकली का बाजे हो या फिर चुप चुप के का बंड्या हो. राजपाल यादव ने दर्शकों को पेट पकड़कर हंसने पर मजबूर कर दिया था. लेकिन वक्त फिल्म में लक्ष्मण के किरदार में तो राजपाल यादव ने गजब ही कर दिया. हर बात में मासूमियत के साथ बेवकूफाना सवाल पूछने वाला लक्ष्मण और उसके सवालों से खीज जाने वाले बोमन ईरानी की कॉमेडी लोगों को खूब पसंद आई. आज भी जब कोई ज्यादा सवाल पूछता है तो वक्त फिल्म के लक्ष्मण की याद आ जाती है. 

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शक्ति कपूर

"नंदू सबका बंधु...", "मैं एक नन्हा सा..प्यारा सा बच्चा हूं.." जैसे वन लाइनर शक्ति कपूर की पहचान बन गए हैं. राजा बाबू का नंदू हो या फिर चालबाज का बलमा, चाहे उनका किरदार नेगेटिव ही क्यों न हो, शक्ति कपूर ने अपनी कॉमेडी से दर्शकों को हंसाया जरूर है. क्लासिक कॉमेडी फिल्म अंदाज अपना-अपना में क्राइम मास्टर गोगो के किरदार में " क्राइम मास्टर गोगो नाम है मेरा आंखे निकालकर गोटियां खेलता हूं..."  ये डायलॉग आज भी लोगों की जुबां पर आ जाता है. 

जानी लीवर

350 से ज्यादा फिल्मों को काम करने वाले जानी लीवर को और कॉमेडी को एक-दूसरे का पूरक कहा जा सकता है. मिमिक्री से शुरुआत करने वाले जॉनी कभी दीवाना मस्ताना में गफ्फूर बनकर दर्शकों को हंसाते हैं, तो कभी गोलमाल में पप्पी भाई के भूलने की अदा दर्शकों को गुदगुदा जाती है. फिल्म जुदाई का फिल्मों का दीवाना हीरालाल जिसकी पत्नी केवल Abba dabba jabba ही बोलती है, ये Abba dabba jabba आज भी लोगों को याद है. आवारा-पागल-दीवाना के हकलाने वाले छोटा छतरी को कौन भूल सकता है, जिसके गुस्से पर भी दर्शकों को हंसी आती है.

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सतीश कौशिक

वैसे तो सतीश कौशिक इंडस्ट्री के दिग्गज डायरेक्टर्स में से एक हैं. लेकिन आम दर्शकों में उनकी पहचान पप्पू पेजर या मुत्थु स्वामी के रूप में ज्यादा है. दीवाना मस्ताना में पप्पू पेजर के बोलने के अंदाज को कॉपी करना इस छोटे से किरदार की लोकप्रियता का प्रमाण माना जा सकता है. इसके अलावा साजन चले ससुराल का मुत्थु स्वामी हो या मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी में ज्योतिषी मामा का उनका किरदार भी खूब पसंद किया गया. 

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असरानी

कुछ पुरानी फिल्मों की बात करें तो असरानी बहुत सी फिल्मों में कॉमेडी करते नजर आते थे. फिल्म शोले में जेलर का किरदार उनका सबसे यादगार रोल कहा जा सकता है. इस फिल्म में - "हम अंग्रेजों के जमाने के जेलर हैं.." ये डायलॉग आज भी दोहराया जाता है. 

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महमूद-

फिल्म गुमनाम, पड़ोसन, बॉम्बे टू गोवा, प्यार किए जा जैसी अनेक फिल्मों में बेहतरीन कॉमेडी कर दर्शकों को हंसाने वाले महमूद को लोगों ने हैदराबादी किरदार में खासा पसंद किया उनका गाना- "हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं... " आज भी लोग गुनगुनाते हैं. 

जगदीप-

फिल्म शोले कई मायने में आइकॉनिक फिल्म थी. इसी फिल्म में सूरमा भोपाली के किरदार का जन्म हुआ. जिसे जगदीप ने निभाया. वैसे तो जगदीप ने कई फिल्मों में बतौर कॉमेडियन काम किया, लेकिन सूरमा भोपाली का किरदार और उनका डायलॉग- "हमारा नाम सूरमा भोपाली ऐसेई नहीं है..." आज भी लोगों को याद है.