बॉबी देओल और रानी मुखर्जी की फिल्म बिच्छू को रिलीज हुए 25 साल हो चुके हैं. इस फिल्म का एक अलग ही फैन बेस रहा है. इस माइलस्टोन पर फिल्म मेकर गुड्डू धनोआ ने इससे जुड़े अपने एक्सपीरियंस शेयर किए. गुड्डू ने कहा, ये वो फिल्म है जो मेरे दिल के सबसे करीब है. मतलब मुझे ये फिल्म बहुत पसंद है. क्योंकि जब मैंने इस फिल्म की प्लानिंग की थी तब मेरे पास इस फिल्म को बनाने के लिए पैसे नहीं थे. इतनी बड़ी फिल्में बनाने के बाद (दीवाना, जिद्दी, एलान, सलाखें) मुझे नहीं पता कि इंडस्ट्री का व्यवहार कैसा होता है, आपकी जिंदगी में क्या मोड़ आता है. ये प्रोफेशन बहुत अजीब है. यहां कभी बहुत पैसा होता है, कभी बिल्कुल नहीं तो मैंने ये प्लान उस समय बनाया जब मेरे पास पैसे नहीं थे जिन लोगों के साथ मैं फिल्म बना रहा था, मैं उनसे अलग हो चुका था, वो मुझसे अलग हो चुके थे.
बिच्छू के लिए पत्नी ने किया सपोर्ट
गुड्डू ने कहा, उस समय मेरी पत्नी ने मुझे बहुत हिम्मत दी कि चलो इस फिल्म की प्लानिंग करते हैं और इस प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए मुझे अपने दोस्त नाना जोशी की याद आती है, जिनका अंधेरी ईस्ट में बहुत बड़ा प्रिंटिंग प्रेस था. वो फिल्मों के पोस्टर छापते थे. उस समय वो नंबर वन प्रिंटर हुआ करते थे. उन्होंने मुझे पैसे दिए थे. उन्होंने मुझसे पूछा, तुम क्या कर रहे हो? मैंने कहा, ‘मैं कुछ नहीं कर रहा हूं. नाना, मेरे पास पैसे नहीं हैं, मैं क्या करूं?' उन्होंने कहा, फिल्म शुरू करने के लिए आपको कितने पैसे चाहिए? आप किसे लेना चाहते हैं? मैंने कहा बॉबी देओल. उन्होंने पूछा ‘आपको साइन करने के लिए कितने पैसे चाहिए?' मैंने कहा, ‘11 लाख'. उन्होंने कहा, ‘कल सुबह 11 बजे आकर 11 लाख ले जाना' और मैं अगले दिन गया, उनसे 11 लाख लिए, बॉबी को साइन किया.
क्लाइमैक्स में बॉबी देओल को मारकर हुई गलती!
गुड्डू कहते हैं, क्लाइमेक्स बहुत पेचीदा था. बॉबी के किरदार को मारना है या नहीं और मुझे लगता है कि मैंने वहां गलती की. मैं इससे सहमत हूं. मैं फिल्म में बह गया. मुझे लगा कि लोग इसे पसंद करेंगे.लेकिन लोगों को बॉबी का किरदार पसंद आ गया. अगर मैंने उसे जिंदा रखा होता तो मुझे लगता है कि फिल्म बहुत बड़ी हिट होती.
बिच्छू की शूटिंग के दौरान सबसे यादगार किस्सा
गुड्डू ने बताया, मुझे याद है जब हम मॉरीशियस में गाने शूट कर रहे थे तो वीरेंद्र सक्सेना को कार चलानी थी जबकि असल में उन्हें कार चलाना नहीं आता था. दूसरे देश में जहां एक शख्स के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है वह कार चला रहा था. सीन शूट हो रहा था. मैं बहुत डरा हुआ था और हंस रहा था. मुझे डर था कि कार किसी चीज से टकरा जाएगी लेकिन शूटिंग अच्छी रही और मुझे याद है मॉरीशियस में उस दिन दिवाली थी. हमने उस दिन दिवाली मनाई. रानी, बॉबी और मैं, पूरी यूनिट ने पटाखे जलाए. यह एक यादगार पल था.