यंग बॉलीवुड एक्ट्रेस भूमि पेडनेकर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में ऐसी एक्ट्रेसेस में से एक हैं, जिनकी सबसे अधिक मांग है, क्योंकि उन्होंने अब तक अपनी हर फिल्म में शानदार अभिनय किया है. भूमि 'बधाई दो' जैसी फिल्मों को चुनती हैं, जो समाज पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं. इस फिल्म को रिलीज हुए पूरा एक साल हो गया है. बधाई दो को न केवल सिनेमाघरों में और ओटीटी पर रिलीज होने पर बहुत सराहना मिली, बल्कि भूमि ने इस फिल्म में एक समलैंगिक लड़की के रूप में अपने संवेदनशील प्रदर्शन के लिए बड़े पुरस्कार भी जीते हैं.
भूमि पेडनेकर ने कहा, “मैंने कभी भी खुद को सिर्फ एक एक्ट्रेस नहीं माना. सिनेमा के माध्यम के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है. मुझे लगता है कि फिल्मों का एक सांस्कृतिक और सामाजिक प्रभाव पड़ सकता है और मेरी अधिकांश फिल्मों के माध्यम से, मैंने समस्या के कारणों और मुद्दों को समझने की आवश्यकता के बारे में बातचीत शुरू करने की कोशिश की है और शायद इसके वास्तविक समाधान की तलाश की है. अपनी फिल्मों के माध्यम से मैं भारत के दर्शकों के साथ महत्वपूर्ण चीजों के बारे में बातचीत करने की कोशिश करती हूं.“
भूमि आगे कहती हैं, ''बधाई दो एक ऐसी फिल्म है, जिसने मेरे दिल में एक खास जगह बनाई है. मैंने LGBTQIA+ समुदाय के एम्पावरमेंट के लिए काफी काम किया है. मेरे परिवार और मित्रों में LGBTQIA+ समुदाय से संबंधित लोग हैं और मैं उनकी यात्रा का हिस्सा रही हूं. तो कई बार मैंने खुद को हेल्पलेस पाया है - मुझे नहीं पता था कि मैं उनके दर्द, प्यार और दुख को कैसे साझा करूं. तभी बधाई दो फिल्म मुझे मिली.”
वह कहती हैं, “मुझे जो भारी प्यार और समर्थन मिला है, उसने मुझे यह सन्देश दिया है कि इस तरह की फिल्म अभी और भी बननी चाहिए! भारत को अधिक समावेशी स्थान बनाने के प्रति लोग अधिक जागरूक हैं. COVID-19 के चरम पर भी, जब प्रमुख थियेट्रिकल सेंटर्स बंद थे और कई प्रतिबन्ध थे, जैसे नाइट शो बंद थे, थिएटर केवल 50% क्षमता पर चल रहे थे और अन्य कई प्रतिबंध भी लागू थे, बधाई दो ने लोगों को सिनेमाघरों तक खींचा और दर्शकों से अविश्वसनीय प्यार बटोरा.“
भूमि आगे कहती हैं, “ओटीटी पर रिलीज़ होने के बाद तो यह दुनिया भर में ट्रेंड भी करने लगी, उसे दुनिया भर के लोगों से बहुत प्यार और प्रशंसा मिली. फिल्म के माध्यम से मुझे जो प्यार मिला है, उसके लिए मैं बहुत आभारी हूं और साथ ही उन पुरस्कारों के लिए भी बहुत आभारी हूं, जो मुझे मिले हैं. इसका मतलब यह है कि फिल्म में कही गई बात को दर्शक स्वीकार कर रहे हैं. मुझे लगता है कि यह फिल्म अभी COVID-19 के थमने के बाद रिलीज हुई होती, तो बॉक्स ऑफिस पर और भी बहुत अच्छा प्रदर्शन करती.“
भूमि आगे कहती हैं, ''मैं खुशनसीब हूं कि मुझे बधाई दो जैसी स्क्रिप्ट मिली, जिसने मुझे एक ऐसे उद्देश्य के लिए आवाज उठाने का मौका दिया, जो मेरे दिल के बहुत करीब है. प्यार तो प्यार होता है और मुझे उम्मीद है कि बधाई दो ने लोगों को इस वास्तविकता के प्रति सेंसिटिव बनाने में योगदान दिया है.“
वर्क फ्रंट की बात करें तो भूमि अनुभव सिन्हा की भीड़, अजय बहल की द लेडीकिलर, सुधीर मिश्रा की अफवा, गौरी खान निर्मित भक्षक, मुदस्सर अजीज की मेरे हसबैंड की बीवी और कुछ और अघोषित प्रोजेक्ट में नज़र आएंगी.