फिल्म के जरिए किसी को डराना कोई नहीं बात नहीं है. हॉरर फिल्मों के जरिए दर्शकों को डराने की कोशिश फिल्म मेकर लंबे समय से करते आ रहे हैं. लेकिन अब नया चैलेंज है शॉट्स फिल्म के जरिए लोगों को डराने का. महज चंद मिनटों की कहानी में डर पैदा कर पाना आसान नहीं है. आइए आपको बताते हैं ऐसी की कुछ शॉर्ट फिल्मों के बारे में जिन्हें देखने में आपको महज कुछ मिनट ही खर्च करने पड़ेंगे, लेकिन इन फिल्मों में डर और दहशत ऐसी है कि बड़ी फिल्में और वेब सीरीज भी एक बार फेल हो जाएं.
ऐटिक पैनिक (Attic Panic)
ये एक स्वीडिश फिल्म है. एक महिला किसी अनजान स्थान पर कैद हो जाती है. इसी दौरान उसे ये अहसास होता है कि वह अकेली नहीं है. फिल्म की अवधि केवल तीन मिनट है, लेकिन इस छोटे से समय में भी ये फिल्म दर्शकों को डर और रहस्य के समुंदर की गहराई तक ले जाती है.
लॉट 54 (LOT 254)
ये कहानी है एक कैमरा रिपेयर करने वाले की, जिसे एक पुराना कैमरा मिलता है और वो उस कैमरे को दुरुस्त करने की कोशिश करता है. इसी दौरान उसे कुछ अजीब सा अहसास होता है. इस फिल्म की ड्यूरेशन 3 मिनट से भी कम है. लेकिन देखने वालों की रूह कंपा देने के लिए ये काफी है.
अपस्टेअर्स (Upstairs)
एक घर, एक छोटा बच्चा और चंद खिलौनों को दिखाकर डराने में इस फिल्म का जवाब नहीं. एक बच्चा अपने खिलौनों के साथ खेल रहा है, डराने के लिए न तो यहां रात का अंधेरा है और न ही कोई भूतिया चेहरा, लेकिन फिर भी 3 मिनट 37 सेकंड की ये शॉर्ट फिल्म सिहरन पैदा कर देती है.
द बैलेरीना (The Ballerina)
एक महिला और एक आइना. लेकिन आईने में कुछ ऐसा है, जो सामान्य नहीं अजीब है. ये रहस्य क्या है इसका जवाब भी ये 7 मिनट 46 सेकंड की फिल्म काफी अजीब ढंग से देती है. लेकिन आपको डराने की गारंटी जरूर देती है.
यात्री कृपया ध्यान दें
अंधेरी रात में एक लड़की किसी लड़के से लिफ्ट मांगती है, ये प्लाट किसी भी हॉरर फिल्म के लिए नया नहीं है. लेकिन ये लड़की न तो सफेद कपड़े पहने है और न ही उसके पैर उल्टे हैं. बल्कि ये बिल्कुल सामान्य तरीके से बात करती है. हां, उसकी बातें पैरानॉर्मल एक्टिविटीज, भूत प्रेत और आत्माओं के बारे में होती है. महज 16 मिनट की इस शॉर्ट फिल्म में दर्शक फिल्म के समांतर अपनी मन में भी एक कहानी गढ़ रहे होते हैं. लेकिन फिल्म का एंड उनकी कल्पना से अलग यानी बिल्कुल अनएक्सपेक्टेड होता है.