बॉलीवुड में लव स्टोरीज भरी पड़ी हैं. ऑन स्क्रीन से लेकर ऑफ स्क्रीन तक आधी और पूरी लव स्टोरी की बहुत सी दास्ताने हैं. जिनमें से एक दास्ताने इश्क है अमृता सिंह और विनोद खन्ना की, जिनकी खातिर अमृता सिंह हर बंधन तोड़ने पर अमादा थीं. लेकिन इस इश्क की डगर इतनी पथरीली थी कि मंजिल तक पहुंच पाना ही मुश्किल हो गया. पहले तो विनोद खन्ना ही इस रिश्ते के लिए राजी नहीं हुए. खासी मेहनत के बाद जब प्यार मुकम्मल हो गया तब अमृता सिंह की मां ही रिश्ते की विलेन बन गईं. कैसे, चलिए जानते हैं.
सगाई तोड़ना चाहती थीं अमृता सिंह
सैफ अली खान से निकाह कर नवाबी खानदान की बहू बनने से पहले अमृता सिंह की सगाई कथित रूप से रवि शास्त्री से हो चुकी थी. उन दिनों अमृता सिंह विनोद खन्ना के साथ बंटवारा मूवी कर रही थीं. फिल्म में विनोद खन्ना के साथ काम करते करते अमृता सिंह को उनसे प्यार हो गया. लेकिन विनोद खन्ना को अमृता सिंह से प्यार दूसरी फिल्म की शूटिंग के वक्त हुआ. दोनों एक दूसरे के प्यार में बुरी तरह डूब गए. इधर रवि शास्त्री ने भी अमृता सिंह के सामने शादी के बाद फिल्मों में काम न करने की शर्त रख दी, जिसके बाद अमृता सिंह ने उनसे रिश्ता तोड़ विनोद खन्ना के साथ प्रेम और पक्का कर लिया.
अमृता सिंह की मां बनी विलेन
अमृता सिंह का बस चलता तो शायद दोनों की शादी हो ही चुकी होती. लेकिन अमृता सिंह की मां रुखसाना इस रिश्ते के लिए मंजूरी नहीं दे रही थीं. अमृता सिंह से 12 साल बड़े विनोद खन्ना तलाकशुदा भी थे. इसके अलावा रूखसाना चाहती थीं कि अमृता की शादी किसी मुस्लिम परिवार में हो, जिसके बाद अमृता सिंह का रिश्ता सैफ अली खान से फाइनल हुआ. हालांकि कहा जाता है कि विनोद खन्ना के लिए एक्ट्रेस ने अपनी मां तक से बगावत कर ली थी. वहीं विनोद खन्ना ने कुछ समय बाद दूसरी शादी कर ली. ये बात अलग है कि सैफ अली खान से भी अमृता सिंह का तलाक कुछ समय बाद हो गया.