Bastar Box office Collection Day 4: 500 करोड़ की फिल्म दे चुकी अदा शर्मा की ये फिल्म नहीं कमा पाएगी 5 करोड़

Bastar The Naxal Story फिल्म छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में नक्सली विद्रोह पर आधारित है. सुदीप्तो सेन के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में अदा शर्मा एक आईपीएस अधिकारी के रोल में हैं.

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बस्तर बॉक्स ऑफिस कलेक्शन
नई दिल्ली:

Bastar The Naxal Story box office collection day 4: हालांकि फिल्म ने रविवार (16 मार्च) को अब तक की सबसे ज्यादा कमाई की लेकिन यह अभी भी 'द केरल स्टोरी' (2023) से काफी पीछे है. Sacnilk.com के मुताबिक फिल्म ने अपनी रिलीज के बाद से भारत में ₹2 करोड़ से ज्यादा की कमाई की है. विपुल अमृतलाल शाह के प्रोड्यूस की हुई और सुदीप्तो सेन के डायरेक्शन में बनी ये फिल्म 'बस्तर: द नक्सल स्टोरी' की लीड एक्ट्रेस अदा शर्मा हैं. तीनों ने आखिरी बार 'द केरल स्टोरी' पर एक साथ काम किया था.

Bastar इंडिया बॉक्स ऑफिस

फिल्म ने पहले दिन (शुक्रवार) ₹40 लाख और दूसरे दिन (शनिवार) ₹75 लाख की कमाई की. शुरुआती अनुमान के मुताबिक इसने अपने तीसरे दिन (रविवार) भारत में ₹90 लाख की कमाई की. फिल्म ने अब तक भारत में ₹2.05 करोड़ की नेट कमाई कर ली है. अब बात करें सोमवार यानी 18 मार्च की तो फिल्म ने चौथे दिन महज 25 लाख की कमाई की. इसके साथ फिल्म की कलेक्शन का ताजा आंकड़ा 2 करोड़ 25 लाख है.

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क्या लेकर आई है ये फिल्म

यह फिल्म छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में नक्सली विद्रोह पर आधारित है. सुदीप्तो सेन के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में अदा शर्मा एक आईपीएस अधिकारी के रोल में हैं. इन्हीं डायरेक्टर की 'द केरल स्टोरी' ने अपनी रिलीज के तीसरे दिन डोमेस्टिक बॉक्स ऑफिस पर ₹16 करोड़ की कमाई की थी.

बस्तर के बारे में डायरेक्टर और प्रोड्यूसर ने क्या कहा था

हाल ही में सुदिप्तो ने फिल्म को 'मानवीय दस्तावेज' कहा था. समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से डायरेक्टर ने कहा था, "हम उन लोगों पर फोकस कर रहे हैं जो रोजमर्रा के आधार पर हिंसा का सामना कर रहे हैं. यह बंदूक हिंसा के बारे में है जिस पर हमने फिल्म में फोकस किया है."

विपुल ने कहा था, "हम राजनीति में नहीं आना चाहते थे. हम मानवीय त्रासदी का पता लगाना चाहते हैं. सारी राजनीति एक तरफ है और असली पीड़ित आम लोग हैं. इनका दर्द कब लोगों के सामने आएगा? हम आम तौर पर राजनेताओं की कसम खाते हैं और मुद्दे को छोड़ देते हैं लेकिन इस असल मानवीय त्रासदी को सामने लाने की जरूरत है."