बप्पी लहिरी का नाम एक ऐसे संगीतकार के रूप में लिया जाता है जिन्होंने अपने म्यूजिक में कई तरह के नवाचार व प्रयोग किए. बप्पी दा को अपने बेहतरीन म्यूजिक के लिए दर्जनों सम्मान और पुरस्कार प्राप्त हुए. लेकिन एक अवॉर्ड जो वो पाना चाहते थे उसकी कसक उनके दिल में ही रह गई. ये अवार्ड था ग्रैमी अवार्ड. ये तो सभी जानते हैं कि ग्रैमी संगीत के क्षेत्र का एक बेहद प्रतिष्ठित पुरस्कार है. बप्पी दा की भी इच्छा थी की उन्हें यह पुरस्कार प्राप्त हो सके. एक बार बप्पी दा ने खुद अपने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था. लेकिन इस बीच बप्पी लहिरी की एक फोटो भी वायरल हो रही है, जिसमें वह मम्मी-पापा के साथ तबला बजाते नजर आ रहे हैं. यह तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब पसंद की जा रही है. इस फोटो से समझ आ जाता है कि वह बचपन से ही कितने टैलेंटेड थे.
इंडियन मेलोडी नाम के म्यूजिक एल्बम से थी उम्मीदें
बप्पी दा ने कहा था कि ये सही है की वे अब तक के फिल्मी सफर में वे कई अवॉर्ड जीत चुके हैं. लेकिन उन्हें ग्रैमी अवॉर्ड नहीं मिल सका है. उन्होंने कहा था कि सोना यानी गोल्ड पहनना उनकी पहचान है, लेकिन ग्रैमी अवॉर्ड उनकी चाहत है. उन्होंने ग्रैमी अवॉर्ड के लिए 5 बार अपनी एंट्री भेजी थी. 'इंडियन मेलोडी' नाम के म्यूजिक एल्बम से उन्हें काफी उम्मीदें थीं. इस एल्बम में उन्होंने भारतीय संगीत के साथ में सूफी और लोकगीत शैली के गानें प्रस्तुत किए थे. इस एल्बम से उन्हें ग्रैमी अवार्ड जीतने की आस थी. लेकिन ऐसा हो नहीं सका. अब तक पंडित रविशंकर शुक्ल, पं. विश्वमोहन भट्ट, ए आर रहमान, जाकिर हुसैन और जुबिन मेहता जैसी भारतीय हस्तियों को ग्रैमी अवार्ड मिल चुका है.
उनके गानों में हॉलीवुड में भी मचाई धूम
बप्पी दा का नाम ग्रैमी विजेताओं की सूची में भले ही शामिल न हो सका हो, लेकिन भारतीय सिनेमा के डिस्को किंग के रूप में उनका नाम अमर और अमिट रहेगा. बॉलीवुड म्यूजिक को डिजिटल बनाने वाले संगीतकारों में उनका नाम अग्रणी है. उनके गानों से हिन्दुस्तान की सरहदों को पार कर हॉलीवुड में भी धूम मचाई थी. उनका गाना 'कलियों का चमन...' अमेरिका टॉप 40 में भी शामिल हुआ. बप्पी दा ने हॉलीवुड की कार्टून फिल्म के लिए डबिंग का काम भी किया और कार्टून किरदार अपनी आवाज दी.
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