अजय हुड्डा के इस सॉन्ग ने यूट्यूब पर तोड़ दिए कई गानों के रिकॉर्ड, 75 करोड़ के पार व्यूज, फिर भी नहीं थम रहा देखने का सिलसिला

इस हरियाणवी गाने की यूट्यूब पर जबरदस्त धूम है. छह साल पहले रिलीज हुआ था, लेकिन देखने का सिलसिला अभी तक नहीं थम रहा है. इसके सिंगर गजेंद्र फोगाट और अनु कादयान हैं.

Advertisement
Read Time: 2 mins
नई दिल्ली:

एक दौर था जब गाने सुनने के शौकीन सिर्फ हिंदी फिल्मी गाने ही सुनना पसंद करते थे. लेकिन सोशल मीडिया के दौर में धीरे धीरे म्यूजिक इंड्स्ट्री की पहुंच बढ़ती जा रही है. अब रीजनल लेंग्वेज के गाने भी सुनने और सुनाए जाने लगे हैं. बोल समझ आएं या न आएं लेकिन किसी भी गाने को हिट बनाने के लिए उसका म्यूजिक और बीट्स ही काफी साबित हो रही हैं. कुछ समय पहले तक हिंदी के अलावा भोजपुरी और पंजाबी गाने सुनना लोग काफी पसंद करते थे. लेकिन अब हरियाणवी गाने भी जबरदस्त धमाल मचाने लगे हैं. यूट्यूब पर एक हरियाणवी गाने ने धमाल मचा रखा है. ये गाना है बहू काले की.

यूट्यूब पर इस हरियाणवी गाने ने जमकर धमाल मचाया. चार मिनट के गाने बहू काले की, को लिखा है अजय हुड्डा ने. करीब पांच साल पहले मोर हरियाणवी यूट्यूब चैनल पर रिलीज हुए इस गाने को अब तक 753 मिलियन व्यूज (75.3 करोड़ व्यूज) मिल चुके हैं. गाने का थीम कुछ ऐसा है कि ये लड़की अपने पति से खासी नाराज है. उसके पति की कोशिश है कि वो किसी भी तरह अपनी पत्नी को मना ले. इसलिए वो ये गाना गा रहा है. इस गाने में दोनों का रूठना-मनाना है. इस गाने को आवाज देने वाले सिंगर्स के नाम हैं गजेंद्र फोगाट और अनु कादयान.

बहु काले की वीडियो सॉन्ग

ये गाना जिस वक्त रिलीज हुआ था उस वक्त सपना चौधरी के हिट गाने तेरी आंख्या का यो काजल का रिकॉर्ड तोड़ने में कामयाब रहा था. लेकिन ये मात सिर्फ ऑफिशियल चैनल पर ही संभव हो सकी थी. असल में सपना चौधरी के गाने को बहुत से यूट्यूब चैनल ने बार-बार रिलीज किया. और, ये गाना हर बार खासे हिट्स बटोरने में कामयाब भी रहा. जिस वजह से सोशल मीडिया के टोटल व्यूज सपना चौधरी के गाने के ही ज्यादा हैं. लेकिन सिर्फ ऑफिशियल चैनल की बात करें तो एक वक्त में बहू काले की, सपना चौधरी के गाने से आगे निकल गया था.

Advertisement

वीडियो: वो फिल्म जिसके Producer बने 5 लाख किसान

Advertisement
Featured Video Of The Day
Samarth By Hyundai: दिव्यांगों के लिए कार्यस्थल में समान अधिकारों की पहल, मगर कहां है कमी?