सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के जीवन पर आधारित तो बहुत किताबे छप चुकी हैं. हर एक लेखक ने बिग बी के लिए अपनी दीवानगी किताब के जरिये जाहिर की हैं. लेकिन एक ऐसी किताब जिसमे फिल्मी दुनिया के सबसे बड़े नाम और परिवार की 100 साल की कहानी बयां की गई हैं. एक- एक ऐसे अनछुए पहलू बताए गए हैं जिसे शायद ही बच्चन के चहेते जानते हैं. जी हां,लेखक एसएमएम औसाजा की किताब बच्चन्स: ए सागा ऑफ एक्सीलेंस में हरिवंशराय बच्चन के अद्भुत यात्रा से लेकर अगस्त्य नन्दा के फिल्मी पर्दे की शानदार पारी के किस्से को इस खूबसूरत किताब में शामिल किया गया हैं.
यू कहे कि द बच्चन्स: ए सागा ऑफ एक्सीलेंस, भारत के घरेलू नाम बच्चन परिवार के समृद्ध इतिहास का लेखन करती है. 1900 के दशक की शुरुआत में इलाहाबाद से, जहां हरिवंश राय बच्चन की यात्रा शुरू हुई जो अब तक चल रही अगस्त्य नंदा की फिल्मी शुरुआत तक का समावेश हैं. यह पुस्तक भारत के सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्र के साथ परिवार के सौ वर्षों से अधिक के जुड़ाव को दर्शाती है जो अपने आप मे बेजोड़ हैं.
हाल ही सदी के महानायक, अमिताभ बच्चन ने इस किताब का अनावरण किया और अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि," संग्रह और दस्तावेज़ीकरण के लिए एसएमएम औसाजा ने बहुत मेहनत की हैं जिसके जरिये ये किताब मुमकिन हो पाई है. मैं अपने बारे में नहीं बोल सकता और इसलिए मैं सिर्फ इतना कहूंगा कि मैं पुस्तक और दिग्गजों के जीवन को संग्रहीत करने और दस्तावेजीकरण करने के औसाजा के सभी प्रयासों का समर्थन करता हूं. हमारे देश में, भावी पीढ़ी के लिए सिनेमा के इतिहास का दस्तावेजीकरण करना महत्वपूर्ण है, और मैं इस उद्देश्य के प्रति उनके समर्पण और प्रतिबद्धता से उत्साहित हूं. हमें उनके जैसे और लोगों की जरूरत है,'' भावुक होकर बच्चन ने कहा.
ओम इंटरनॅशनल के अजय मागों द्वारा प्रकाशित इस किताब में हरिवंश राय बच्चन के जीवन, उनकी साहित्यिक उपलब्धियों, पारिवारिक त्रासदियों और बेटों अमिताभ और अजिताभ के जन्म का विवरण किया गया है. इसके बाद यह अमिताभ बच्चन, जया भादुड़ी, अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय के शानदार फिल्मी करियर के बारीक कड़ी को भी दर्शाती हैं. इस पुस्तक में पहले कभी न देखे गए चित्र - पोस्टर, चित्र और तस्वीरें हैं - जो इस प्रतिष्ठित परिवार की उल्लेखनीय यात्रा में रुचि रखने वाले उत्साही लोगों के लिए एक चमकदार बहुरूप दर्शक प्रदान करती हैं.
एसएमएम औसाजा ने कहा, "बच्चन परिवार के करियर से जुड़े महान कार्यों को ध्यान में रखते हुए उन पर किताब लिखना एक सम्मान की बात है. उनके जीवन और समय का वर्णन करने की अपनी चुनौतियां थीं, विशेष रूप से दृश्यों और अब तक के पहलुओं पर प्रामाणिक जानकारी के संबंध में. सार्वजनिक स्थान पर जाना जाता है. अत्यंत कृतज्ञता के साथ मैं कहता हूं कि परिवार ने इस प्रयास का समर्थन किया और अपना भरोसा जताया. यह उनकी कला के सम्मान में 12 साल का एक विनम्र कार्य है जो वैश्विक स्तर पर भारतीयों की पीढ़ियों को गौरवान्वित और प्रभावित करेगा.''